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Ram Mandir Pran Pratishtha : ‘जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण-प्रतिष्ठा के बाद…’, राम मंदिर पर अखिलेश यादव की पहली प्रतिक्रिया
Ram Mandir Pran Pratishtha: अखिलेश यादव ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण-प्रतिष्ठा के बाद वो भगवान का रूप ले लेगी।
Ram Mandir Pran Pratishtha: 500 साल बाद प्रभु श्रीराम एकबार फिर अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं। उनकी जन्मस्थली पर नवनिर्मित भव्य मंदिर के गर्भगृह में उनकी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस ऐतिहासितपे पल का साक्षी बनने के लिए देश-दुनिया से कई हजार लोग रामनगरी पधारे हैं। इनमें विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज शामिल हैं। पूरे देश में आज उत्सव जैसा माहौल है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की आज पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
अखिलेश यादव ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण-प्रतिष्ठा के बाद वो भगवान का रूप ले लेगी। जो रास्ता भगवान राम ने दिखाया, उससे वे मर्यादा पुरूषोत्तम राम कहे गए। उम्मीद है कि भगवान राम ने जिस राम राज्य की कल्पना की थी जिसमें गरीब दुखी ना रहे, नौजवानों को रोजगार मिले, हम सब उस रास्ते पर चलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जो रीति, नीति और मर्यादाओं का पालन करते हैं वो श्रद्धालु सबसे ज़्यादा भगवान राम के क़रीब होते हैं।
इससे पहले सपा मुखिया ने एक वीडियो अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए लिखा, उस पावन हृदय में बसते हैं ‘सियाराम’, जो करता रीति-नीति-मर्यादा का मान ।
शिवपाल यादव ने कुछ यूं दी प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उर्दू के दो मशहूर शायर को कोट करते हुए एक्स पर लिखा, ' दया' अगर लिखने बैठूं तो होते हैं अनुवादित राम, रावण को भी नमन किया ऐसे थे मर्यादित राम - अजहर इकबाल, है राम के वजूद पे हिंदोस्तां को नाज़, अहल-ए-नज़र समझते हैं इस को इमाम-ए-हिंद - अल्लामा इक़बाल।
एक अन्य ट्वीट में प्रभु श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण की तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान... सीता-राम ।
बता दें कि अखिलेश यादव को भी 22 जनवरी को कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला था, लेकिन उन्होंने समारोह में जाने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा न्योता देने के लिए ट्रस्ट को धन्यवाद, मगर वह 22 जनवरी के बाद सपरिवार दर्शन करने के लिए अयोध्या जरूर जाएंगे।