Lucknow News: बुजुर्ग माता-पिता को प्रताड़ित करने में बेटा व बहू आगे, हेल्पएज की रिपोर्ट में खुलासा

Lucknow News: कार्यक्रम में सामाजिक कल्याण विभाग के मुख्य सचिव डॉ. हरिओम ने कहा कि रिटायरमेंट की आयु को 70 वर्ष तक बढ़ाया जाए। बुजुर्गों के पास अनुभव में समाज में महत्वपूर्ण योगदान करने की क्षमता है।

Abhishek Mishra
Published on: 15 Jun 2024 4:30 AM GMT
Lucknow News: बुजुर्ग माता-पिता को प्रताड़ित करने में बेटा व बहू आगे, हेल्पएज की रिपोर्ट में खुलासा
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Helpage India Report: लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हेल्पएज इंडिया की रिपोर्ट जारी हुई। इसमें खुलासा हुआ कि बहुओं से अधिक बेटे मां-बाप को प्रताड़ित करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 42 फीसदी बेटे माता-पिता को प्रताड़ित करते हैं। वहीं 28 प्रतिशत बहुएं अपने सास-ससुर को प्रताड़ित करने में शामिल मिली हैं। बता दें कि हेल्पएज इंडिया की ओर से 10 राज्यों में सर्वे किया गया है।

हेल्पएज इंडिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा

एलयू के समाज कार्य विभाग में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें हेल्पएज इंडिया की ओर से किए गए सर्वे की रिपोर्ट जारी की गई। 'विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस' के तहत इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है। रिपोर्ट का विषय 'भारत में वृद्धावस्था: देखभाल चुनौतियों के प्रति तैयारी और प्रतिक्रिया का अन्वेषण' रखा गया था। जानकारी के मुताबिक हेल्पएज ने 10 राज्यों के 20 प्रथम व द्वितीय टियर शहरों में बुजुर्गों की देखभाल को लेकर सर्वे किया। सर्वे में 5169 बुजुर्गों और 1333 देखभाल कर्ता के प्राथमिक परिवार के सदस्यों का सर्वेक्षण किया गया। हेल्पएज इंडिया के राज्य प्रमुख अनूप पंत ने बताया कि सर्वे में पता चला है कि बुजुर्ग माता-पिता के साथ दुर्व्यवहार करने में बेटे आगे हैं। 32 प्रतिशत बुजुर्गों ने बताया कि स्वास्थ्य बीमा के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं थी। यह तथ्य हेल्पेज इंडिया की ओर से पूरे देश में किए गए सर्वे में सामने आए हैं।

70 वर्ष की उम्र में हो रिटायरमेंट

कार्यक्रम में सामाजिक कल्याण विभाग के मुख्य सचिव डॉ. हरिओम ने कहा कि रिटायरमेंट की आयु को 70 वर्ष तक बढ़ाया जाए। बुजुर्गों के पास अनुभव में समाज में महत्वपूर्ण योगदान करने की क्षमता है। उन्होंने अपनी 2002 की पुस्तक 'फूलों का परचम' के अनुभव बताए। उन्होंने बुजुर्गों के लिए सहारा बनाने की महत्वता पर जोर दिया। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि समाजकार्य विभाग उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं, सामाजिक जरूरतों की सेवा में भी समर्पित है। उन्होंने समाज, विभाग, और संगठनों के बीच सहयोग के बारे में बताया। समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. राकेश द्विवेदी ने बताया कि हम सभी को बुजुर्गों का ध्यान रखना चाहिए। प्रतीक मेहरा ने समाज में विशेष रूप से पीढ़ीओं के बीच विश्वास की पुनःनिर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।

रिपोर्ट में सामने आई यह बातें

हेल्पएज इंडिया की रिपोर्ट में कई बातें सामने निकल कर आई हैं। इसमें खुलासा हुआ है कि अधिकांश बुजुर्गों ने वृद्धावस्था की तैयारी नहीं की थी। वंचितों के लिए विशेष रूप से कार्यक्रम और सेवाओं को अनुकूलित करने की तत्काल आवश्यकता है। एक साल में दुर्व्यवहार का सामना करने वाले उच्च प्रतिशत बुजुर्ग निरक्षर थे। बुजुर्गों की आय में कमी के साथ दुर्व्यवहार बढ़ गया।

48 फीसदी पुरुष कर रहे डिवाइस का इस्तेमाल

रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल सशक्तिकरण के मोर्चे पर, 41 फीसदी बुजुर्गों ने किसी डिजिटल डिवाइस के प्रयोग की जानकारी दी। जबकि 59 प्रतिशत के पास कोई डिजिटल डिवाइस नहीं थी। सबसे आम उपयोग किया जाने वाला डिवाइस स्मार्ट फोन था। 48 फीसदी पुरुष बुजुर्गों के पास डिजिटल डिवाइस है, जबकि महिलाओं में यह संख्या 33 प्रतिशत थी। 34 फीसदी बुजुर्ग नियमित रूप से मनोरंजन और सोशल मीडिया के लिए डिजीटल डिवाइस का प्रयोग कर रहे थे। जबकि 12 प्रतिशत ने उपयोगिता बिलों का भुगतान करने या इंटरनेट बैंकिंग के लिए बताया।





Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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