National Sports Day: खेल दिवस पर एलयू में हुई संगोष्ठी, खुन खुन जी में छात्राओं को दिखाई डॉक्यूमेंट्री

Lucknow University: कुलपति ने कहा कि खेल भावना समुदायों और राष्ट्रों को एक सूत्र से बांधने और एक पहचान बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रति कुलपति प्रो. मनुका खन्ना ने खेल और छात्रों के जीवन पर बात की।

Abhishek Mishra
Published on: 29 Aug 2024 1:30 PM GMT
National Sports Day: खेल दिवस पर एलयू में हुई संगोष्ठी, खुन खुन जी में छात्राओं को दिखाई डॉक्यूमेंट्री
X

National Sports Day: लखनऊ विश्वविद्यालय में मेजर ध्यानचन्द की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर गुरुवार को संगोष्ठी व परिचर्चा का आयोजन हुआ। यहां कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि खेल और राष्ट्र निर्माण के बीच एक गहरा रिश्ता है। खेल न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, बल्कि वह जीवन से जुड़े अन्य व्यावहारिक पक्षों को मजबूत करता है।

खेल भावना समुदायों को बांधने में निभाती अहम भूमिका

कुलपति ने कहा कि खेल भावना समुदायों और राष्ट्रों को एक सूत्र से बांधने और एक पहचान बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रति कुलपति प्रो. मनुका खन्ना ने खेल और छात्रों के जीवन पर बात की। डीएसडब्ल्यू प्रो. वीके शर्मा ने क्रीड़ा एवं स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा की। इस मौके पर खेल एवं राष्ट्र निर्माण विषय पर आयोजित इस परिचर्चा में खेल से जुड़े विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और व्यावहारिक पक्षों पर चर्चा की गई। इस मौके पर प्रो. आरपी सिंह, प्रो. अनूप कुमार सिंह, प्रो. अंचल श्रीवास्तव, एडिशनल डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. एके कैथल और समेत काफी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद रहे।

हौसले से जीते जाते युद्ध और खेल: प्रो. संजय सिंह

डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में कुलपति ने मेजर ध्यानचंद के स्मृति चित्र पर माल्यार्पण किया। कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा कि ध्यानचंद की खेल के प्रति निष्ठा बेजोड़ थी। उन्होंने सीमित संसाधन होते हुए भी अपनी मेहनत से देश का नाम विश्व पटल पर अंकित किया। युद्ध और खेल हौसले से जीते जाते हैं। कुलपति ने नीरज चोपड़ा और मनु भाकर के परिश्रम की भी सराहना की।

खेलों से हम टीम वर्क सीखते

चौक स्थित खुन खुन जी में मेजर ध्यानचंद के जीवन पर आधारित एक डाक्यूमेंट्री दिखाई गई। मुख्य अतिथि शतरंज के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी आनंद सिंह रहे। उन्होंने छात्राओं को समझाया कि खेलों से हम टीम वर्क सीखते हैं जो कि हमे समूह में काम करना सिखाता है। प्राचार्या प्रो. अंशु केडिया ने बताया कि प्रश्नोत्तर सत्र में छात्राओं ने कई प्रश्न भी पूछे। डॉ. सत्यम तिवारी, डॉ. मनीषा उपाध्याय, डॉ. पारुल सिंह और डॉ. प्रियंका समेत 150 से अधिक छात्राएं उपस्थित रहीं।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

Next Story