AKTU: छात्रों की समस्याओं का नहीं हो रहा निस्तारण, ई-मेल व पत्र लिख भेज रहे समस्याएं

AKTU: छात्रों का कहना है कि उन्होंने पत्रों और ई-मेल के जरिए अपनी शिकायतें की हैं। लेकिन कोई जवाब आया न निस्तारण हुआ। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि ज्यादातर विद्यार्थियों की शिकायतों को दूर किया जा रहा है।

Abhishek Mishra
Published on: 4 Sep 2024 1:00 PM GMT
AKTU: छात्रों की समस्याओं का नहीं हो रहा निस्तारण, ई-मेल व पत्र लिख भेज रहे समस्याएं
X

AKTU: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रा‌विधिक विश्वविद्यालय में समस्याओं की सुनवाई न होने से विद्यार्थी चक्कर लगाने पर मजबूर हो रहे हैं। किसी छात्र को अपने रिजल्ट आने का इंतजार है तो किसी को अपडेट होने का। किसी को डिग्री मिल नहीं रही तो किसी के अंक न चढ़ने से डिग्री बन नहीं पा रही। इसके अलावा ग्रेस मार्क्स, पेमेंट वापसी, मार्कशीट पर गलत नाम चढ़ने और यूएफएम की समस्याओं को लेकर विद्यार्थी लगातार शिकायत कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उन्होंने पत्रों और ई-मेल के जरिए अपनी शिकायतें की हैं। लेकिन कोई जवाब आया न निस्तारण हुआ। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि ज्यादातर विद्यार्थियों की शिकायतों को दूर किया जा रहा है। कुछेक छात्रों के ही मामले बचे हैं।

मार्क्स अपडेट हुए, रिजल्ट नहीं

ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के एक छात्र ने बताया कि बीटेक पांचवे सेमेस्टर के मार्क्स अपडेट करने के लिए कई बार प्रार्थना पत्र देने पर अपडेट हुआ। उसके बावजूद अभी तक रिजल्ट पर ग्रेड नॉट अवार्डेड दिख रहा है। वहीं लखनऊ के आरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न टेक्नोलॉजी के बीटेक सिविल इंजीनियरिंग छात्र ने बताया कि बीते तीन सप्ताह से कॉलेज व यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहा हूं। जनवरी में कैरी ओवर परीक्षा दी थी। छह जून को रिजल्ट आया। लेकिन अभी तक मेरा रिजल्ट अपडेट नहीं हुआ। जिससे मेरी डिग्री रूकी हुई है।

ग्रेस मार्क्स के पात्र होने पर भी नहीं मिला

मेरठ के पंचवटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के बीटेक इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विद्यार्थी ने आरोप लगाया है कि एक पेपर में ग्रेस मार्क्स मिल सकते हैं। इसके बावजूद फेल कर दिया गया है। साथ ही छठे सेमेस्टर के बैक पेपर का रिजल्ट भी अपडेट नहीं हुआ। एक और मामले में मऊ के आरएएस इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के बीफार्मा आठवें सेमेस्टर के छात्र ने बताया कि मार्कशीट में मेरे नाम की स्पेलिंग गलत लिख कर आ रही है। जबकि ईआरपी लॉगिन के जरिए देखने पर हिन्दी में नाम सही है। मगर अंग्रेजी में स्पेलिंग मिस्टेक है।

छात्रों के हित में निर्णय ले रहा विवि

एकेटीयू कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के मुताबिक विश्वविद्यालय लगातार छात्रों के हित में निर्णय ले रहा है। नाम परिवर्तन व सुधार को लेकर एक हजार से ज्यादा एप्लीकेशन थी। जिनमें अधिकतम 125 ही बची हैं। इसी तरह 10 अगस्त को हुई कार्य परिषद में परीक्षा समिति के मिनट्स को अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है। जल्द ही यूएफएम वाले छात्रों को राहत मिलेगी।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

Next Story