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Lucknow Traffic: पॉलिटेक्निक चौराहे पर पुलिस बूथ के सामने आधी सड़क घेरकर चल रहा टैक्सी स्टैंड, स्टॉप तक बसें पहुंचना मुश्किल
Lucknow Traffic: पॉलिटेक्निक चौराहे पर जिस जगह स्टैंड का संचालन हो रहा है उसी सड़क के बीचोबीच डिवाइडर पर नगर निगम का एक चेतावनी भरा बोर्ड भी लगा हुआ है।
Lucknow Traffic: राजधानी लखनऊ में ऑटो और टैक्सी चालक किस कदर बेलगाम है इसकी बानगी रविवार की शाम राजधानी के बेहद व्यस्ततम कहे जाने वाले पॉलिटेक्निक चौराहे पर देखने को मिली। जहां समता मूलक चौराहे से पॉलिटेक्निक की ओर जाने वाली सड़क पर धड़ल्ले से आधी से ज्यादा रोड घेरकर टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा स्टैंड चल रहा है। यह स्टैंड पुलिस बूथ से महज कुछ ही कदम की दूरी पर है। इसके बावजूद किसी जिम्मेदार की निगाह इस ओर नहीं जाती। यहाँ आड़े तिरछे वाहनों का खड़ा होना और उससे राहगीरों को असुविधा का सामना करना अब आम हो गया है।
डिवाइडर पर नो पार्किंग का बोर्ड उसी के पास स्टैंड
पॉलिटेक्निक चौराहे पर जिस जगह अवैध स्टैंड का संचालन हो रहा है उसी सड़क के बीचोबीच डिवाइडर पर नगर निगम का एक चेतावनी भरा बोर्ड भी लगा हुआ है। इस बोर्ड में नगर आयुक्त लखनऊ के हवाले से बिंन्दुवार तीन आदेश लिखे गए हैं। इन आदेश में पहला बिंदु है ''नो स्टॉपिंग जोन'' अर्थात उक्त जगह पर वाहन रोकना प्रतिबंधित है। दूसरा बिंदु है जिसमें लिखा है कि नो वेंडिंग जॉन अर्थात पथ विक्रेता प्रतिबंधित है। अंत में तीसरा बिंदु है जिसमें नो पार्किंग जोन होने की बात है। इसके बावजूद बोर्ड से महज 15 मीटर की दूरी पर ही दर्जनों टैक्सी, ई-रिक्शा और ऑटो धड़ल्ले से आधी सड़क घेरकर सवारियां भरते हैं। इसके बाद कुछ ही दूरी पर कई ठेले खोमचे भी लगे हुए मिले।
UPSRTC बस स्टॉप तक बसें पहुंचना मुश्किल
पॉलिटेक्निक चौराहे पर जिस जगह टैक्सी स्टैंड का संचालन होता है उसी जगह UPSRTC का बस स्टॉप बना हुआ है। हालात यह हैं कि बस स्टॉप के पास तक बसें भी नहीं पहुँच सकती हैं। नतीजतन बसों को इधर उधर रोक कर सवारियों को बैठाना और उतारना पड़ता है। यदि सड़क पर वाहन लगाने से कोई व्यक्ति टैक्सी और ऑटो चालकों को मना करता है तो चालकों की ओर से उनसे भी अभद्रता और गुंडई की जाती है।
डग्गेमारी का शिकार राजधानी के ये चौराहे
पॉलिटेक्निक चौराहे के अलावा शहर के दर्जनों चौराहे डग्गेमारी का शिकार हैं। खासतौर से अहिमामऊ, अवध, बालागंज, मटियारी, चिनहट, कमता, उतरठिया आदि चौराहे पर जमकर डग्गेमारी होती है। इन चौराहों से आए दिन हजारों सवारियों को अवैध रूप से ढोया जाता है। तमाम दावों के बावजूद पुलिस और परिवहन विभाग के जिम्मेदार मिलकर इस पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। इन वाहनों से जब कोई हादसा होता है तो जिम्मेदारों की नींद टूटती है और फिर कुछ दिन कार्रवाई का दौर चलता है। कुछ ही दिन बाद स्थितियां फिर जस की तस हो जाती हैं।
इंस्पेक्टर बोले- दिखवा रहा हूँ
इस मामले पर न्यूज़ट्रैक की टीम ने विभूतिखंड SHO सुनील सिंह से भी बात की। सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से वहाँ लाल निशान लगाया गया है और वाहनों को उसी के किनारे खड़ा करके सवारियां बैठाने के लिए जगह चिन्हित की गई है। जब उनसे नगर निगम द्वारा लगे बोर्ड के सम्बन्ध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शायद हो सकता है। आप किस जगह की बात कर रहे हैं मैं दिखवा रहा हूँ। वहीं, जब नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के नंबर 8189077822 पर फोन किया गया तो कॉल रिसीव नहीं हुई।