TRENDING TAGS :
Lucknow News: 22 जनवरी तक नहीं मिला अगर हल तो जाएंगे प्रभु श्री राम के दरबार में अर्जी लगाने
Lucknow News: राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में बीते 577 दिनों से धरने पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थी अब प्रभु श्री राम के शरण में जाने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं उनका कहना है कि अगर 22 जनवरी तक सरकार ने उनकी मांगे पूरी नहीं की तो वह स्वयं ही भगवान श्री राम के दरबार में जाकर फरियाद लगाएंगे।
Lucknow News: बताते चलें 69000 शिक्षक भर्ती में 6800 ओबीसी कैंडीडेट्स का सिलेक्शन नहीं हो पाया जैसे लेकर वह लगातार 577 दिनों से धरने पर बैठे हैं इतना ही नहीं बीते 20 दिनों से भूख हड़ताल भी जारी है कई बार सरकार और सरकार के मुलाजिमों से उन्होंने बात करने की कोशिश की लेकिन अब तक कोई भी उनकी शुद्ध लेने नहीं पहुंचा हां यह बात अलग है कि विपक्ष के नेता समय-समय पर उनके पास आते रहते हैं। हमने जब धरने पर बैठे शिक्षक अभ्यार्थियों से बात किया तो उनका दर्द छलक उठा उन्होंने बताया कि कैसे बीते 577 दिनों से वह परेशानियों का सामना करते हुए धरने पर बैठे हैं।
खुले आसमान के नीचे मनाया सभी त्योहार-
शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि लगभग 2 साल से वह अपना धरना प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं कोई भी तीज त्यौहार उन्होंने अपने घर वालों के साथ नहीं मनाया वह इसी खुले आसमान के नीचे अपने साथियों के साथ रहने को मजबूर हैं वही अल्टीमेटम देते हुए शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार ने 22 जनवरी तक हमारी बात नहीं सुनी और हमें इंसाफ नहीं मिला तो हम 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के दरबार में अपनी अर्जी लगाएंगे।
आखिर कैसा है यहां राम राज्य-
शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ही बेहतरीन मुख्यमंत्री की कैटेगरी में गिने जाते हैं वहीं मुख्यमंत्री स्वयं राम राज्य की बात करते हैं लेकिन उनके राम राज्य में हम शिक्षके अभ्यर्थीयों के साथ न्याय नहीं हो रहा आखिर यह कैसा राम राज्य है जिसमें महिला और पुरुष दोनों ही शिक्षक अभ्यर्थियों को सड़क पर बैठना पड़ा।
सीएम से मिलने पहुंचा डेलिगेशन-
शिक्षक अभ्यार्थियों का डेलिगेशन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचा है बताते चलें आज सुबह अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास घेराव करने की कोशिश की इसके बाद पुलिस बल ने उन्हें के दिया और वापस इको गार्डन में लाकर छोड़ दिया वहीं पांच अभ्यर्थियों का एक डेलिगेशन बनाया गया जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने गया हुआ है लेकिन अब तक वह डेलिगेशन वापस नहीं आया जिसकी वजह से यह जानकारी स्पष्ट नहीं हो पाई कि आखिर मुख्यमंत्री से भेंट हुई या नहीं बीते 2 साल के अंदर मुख्यमंत्री से मिलने की भरपूर कोशिश अभ्यर्थियों द्वारा की गई लेकिन अब तक मुख्यमंत्री तो नहीं मिले और ना ही उनके प्रदेश सरकार का कोई मंत्री सभी के पास अर्जी लेकर पहुंचे लेकिन खाली हाथ ही वापस आना पड़ा अब ऐसे में आज जो डेलिगेशन मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा है उनकी मुलाकात योगी आदित्यनाथ जी से हो सकती है या नहीं यह तो समय बताएगा।