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Lucknow News: किशोरी कभी नहीं बन सकती थी मां, क्वीनमेरी के डॉक्टरों ने ऐसे वैजिनोप्लास्टी कर किया सफल ऑपरेशन
Lucknow News: डॉ. सीमा मेहरोत्रा के मुताबिक जन्म से किशोरी की बच्चेदानी व योनि अविकसित थी। जिसकी वजह से पीरियड नहीं हो पा रहे थे। किशोरी में यौन रोग व बांझपन की समस्या भी हो सकती थी।
Lucknow News: किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) के डॉक्टरों ने एक जटिल ऑपरेशन में सफलता हासिल की है। इस ऑपरेशन में डॉक्टरों ने किशोरी के बड़ी आंत से बच्चेदानी तक का रास्ता बनाया है। डॉक्टरों की मानें तो भविष्य में किशोरी के मां बनने की संभावना है। वह अब पूरी तरह से ठीक है। समय समय पर उसे परियड्स आ रहे हैं।
बाराबंकी की महिला को हुई समस्या
लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले में रहने वाली किशोरी को कुछ सालों पहले पेट में तकलीफ हुई। किशोरी को पीरियड भी नहीं आ रहे थे। उसके घरवाले उसे एक निजी अस्पताल में लेकर गए। यहां किशोरी की जांच करने के बाद पता चला कि बच्चेदानी के मुंह का रास्ता नहीं बना है। किशोरी को समय समय पर पीरियड नहीं आ रहे थे, जिसके कारण उसके पेट में गंदा खून जमा होने लगा।
ऑपरेशन के बाद भी सिकुड़ गई बच्चादानी
किशोरी के पेट में भीषण दर्द व संक्रमण बढ़ गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने किशोरी के परिजनों को ऑपरेशन कराने का सलाह दी। पहले ऑपरेशन के बाद किशोरी को कुछ दिनों तक समस्या नहीं हुई। लेकिन इसके बाद किशोरी के पेट में दोबारा दर्द उठने लगा। दोबारा जांच में पता चला कि किशोरी की बच्चेदानी फिर से सिकुड़ गई। जानकारी के मुताबिक किशोरी की चार सर्जरी हुई थी, लेकिन उसे इस तकलीफ से छुटकारा नहीं मिला। डॉक्टरों ने किशोरी को क्वीनमेरी ले जाने की सलाह दी।
किशोरी को क्वीनमेरी लेकर आए परिजन
किशोरी के परिजन उसे लेकर क्वीनमेरी अस्पताल पहुंचे। डॉ. सीमा मेहरोत्रा की देखरेख में किशोरी का उपचार शुरु हुआ। यहां डॉक्टरों ने किशोरी को ऑपरेशन कराने को कहा। लेकिन किशोरी के परिजन इस बार ऑपरेशन के लिए नहीं तैयार हुए। डॉक्टरों ने परिजनों को बड़ी आंत से बच्चेदानी का रास्ता बनाने की बात कही। इस पर परिवारीजन ऑपरेशन कराने को तैयार हुए।
आंतों से बच्चेदानी के मुंह व योनि का रास्ता बनाया
डॉ. सीमा मेहरोत्रा के मुताबिक जन्म से किशोरी की बच्चेदानी व योनि अविकसित थी। जिसकी वजह से पीरियड नहीं हो पा रहे थे। किशोरी में यौन रोग व बांझपन की समस्या भी हो सकती थी। क्वीनमेरी की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी जायसवार सर्विकोवैजिनल एट्रेसिया में ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण होता है। सिग्माइड वैजिनोप्लास्टी कर आंतों से बच्चेदानी के मुंह व योनि का रास्ता बनाया। पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एसएन कुरील ने बताया कि वैजिनोप्लास्टी के लिए बड़ी आंत को प्राथमिकता दी जाती है। क्योंकि यह वैजिनल कोशिकाओं के सामान होता है।
इन डॉक्टरों ने किया ऑपरेशन
क्वीनमेरी की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी जयसवार, पीड़ियाट्रिक सर्जरी विभाग के डॉ. एसएन कुरील, डॉ. सीमा महरोत्रा, डॉ. पीएल शंखवार, डॉ. मंजूलता वर्मा, एनस्थीसिया विभाग के डॉ. एहसान सिद्दीकी, डॉ. श्रुति, डॉ. ख्याति और सिस्टर ममता शामिल थी। कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने ऑपरेशन टीम को बधाई दी है।