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Dussehri Mango: जर्मनी-अमेरिका भी चखेगा महिलाबादी दशहरी का स्वाद, भारत से रवाना हुई पहली खेप
Dussehri Mango: ग्यारह सौ कुंटल की यह खेप से कंटेनर को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली भेज गई है, यहां से यह हवाई जहाज से जर्मनी के लिए शुक्रवार देर शाम रवाना हो चुकी है। दरअसल, हमान खेड़ा मैंगो पैक हाउस से आम की कई प्रजातियों का निर्यात किया जाता है।
Dussehri Mango: हरदोई के महिलाबादी आम को देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी पंसद किया जाता है। आम का सीजन शुरू हो गया है और बाजार में आम आने के साथ इसका निर्यात भी होने लगा है। कुछ दिन के बाद से लोगों को लखनऊ सहित देश भर के बाजारों में दशहरी आम मिलने लगेगा। इस आम का इंतजार सभी आम प्रेमियों को होता है। एक कहावत है कि आम के सीजन में दशहरी नहीं खाया तो क्या आम खाया? दशहरी बैगिंग वैराइट वाले आम की पहली खेप हरदोई से बाइ एयरपोर्ट के जरिये जर्मनी रवाना की जा चुकी है।
रहमान खेड़ा से होता है निर्यात
ग्यारह सौ कुंटल की यह खेप से कंटेनर को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली भेज गई है, यहां से यह हवाई जहाज से जर्मनी के लिए शुक्रवार देर शाम रवाना हो चुकी है। दरअसल, हमान खेड़ा मैंगो पैक हाउस से आम की कई प्रजातियों का निर्यात किया जाता है। इसमें ऑस्ट्रेलिया, इटली, यूनाईटेड किंगडम, स्वीडन, फ्रांस, भूटान, नेपाल, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, जापान, जर्मनी आदि देश शामिल हैं। इन देशों में यहां से दशहरी, चौसा, लंगड़ा, रामकेला, फजली, केसर, मल्लिका आदि प्रजातियों को निर्यात किया जाता है। इसी कड़ी में रहमान खेड़ा मांगो पैक हाउस से दशहरी आम की पहले खेप को जर्मनी भेज दिया गया है।
मैंगो पैक हाउस के जनरल ने बताया
मैंगो पैक हाउस के जनरल अकरम बेग ने बताया कि सीजन में ग्यारह सौ कुंटल आम की पहली खेप शुक्रवार देर शाम को कंटेनर से दिल्ली एयरपोर्ट के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया गया है। इस सीजन में यह पहली खेप है, जिसे विदेश भेजा गया है। इस मौके पर भारत सरकार के निदेशक विपणन कपिल बिंद्रे समेत कृषि विभाग के अधिकारी ऋषिरेंद्र, डॉ. जीबी सिंह, गजेंद्र सिंह और संजय कुमार मौजूद रहे।
अमेरिकी भी चखेगा यूपी के आम का स्वाद
यूपी का आम पहली बार अमेरिका भी जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि यूपी का आम पहली बार 17 जून को अमेरिका भेजा जाएगा। रहमान खेड़ा परिसर से रेफर वैन से बंगलूरू के लिए आम रवाना किया जाएगा। प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं शोध मंत्री सूर्य प्रताप शाही और कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह की मौजूदगी में वैन को भेजा गया।