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Lucknow News: दुधवा टाइगर रिजर्व में सुरक्षित छोड़ा गया रहमानखेड़ा से देर रात पकड़ा गया बाघ, 20 घंटे तक पिंजरे में रहा कैद

Lucknow News: ट्रेंकुलाइज से बाघ को बेहोश करके उसे पिंजरे में कैद करके इलाज के लिए ले जाया गया था।

Hemendra Tripathi
Published on: 6 March 2025 6:17 PM IST
Lucknow News Today The Tiger Caught From Rehmankheda Was Safely Released in Dudhwa Tiger Reserve
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Lucknow News Today The Tiger Caught From Rehmankheda Was Safely Released in Dudhwa Tiger Reserve

Lucknow News: बुधवार देर रात लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र स्थित रहमानखेड़ा में 90 दिन बाद पकड़ा गया बाघ गुरुवार शाम दुधवा टाइगर रिजर्व में सुरक्षित छोड़ दिया। करीब 20 घंटे तक पिंजरे में कैद होने के बाद पिंजरे से निकलकर कूदकर बाघ दुधवा के जंगल में चला गया। बताया जाता है कि बाघ को पकड़ने में वन विभाग की टीम को कड़ी मशक्कत करने पड़ी। ट्रेंकुलाइज से बाघ को बेहोश करके उसे पिंजरे में कैद करके इलाज के लिए ले जाया गया था।

6 ट्रेंकुलाइजर की दी गई थी डोज

बाघ को पकड़ने के लिए बुधवार को थर्मल ड्रोन से पीछा करने के बाद बाघ को 6 ट्रेंकुलाइजर की डाेज दी गई थी। बाघ को पकड़ने का ये पूरा ऑपरेशन उस दौरान करीब आधे घंटे तक चला, जिसके बाद बाघ को बेहोश करने में सफलता हाथ लगी। बताया जाता है कि ट्रेंकुलाइज करने के बाद बाघ अपनी पूरी ताकत से करीब आधा किलोमीटर तक भागा, जिसके बाद वह बेहोश हो गया। इस दौरान कानपुर जू के डॉ. नासिर और दुधवा टाइगर रिजर्व के डॉ. दक्ष बाघ को ट्रेंकुलाइज करने वाली टीम को लीड कर रहे थे।

बाघ ने 90 दिनों में 25 जानवरों का किया शिकार

बाघ के पकड़े जाने के बाद रहमानखेड़ा और आसपास के गांवों में लोगों की भारी खुशी देखी गई। बाघ के खौफ की वजह से स्कूलों को बंद कर दिया गया था। 90 दिनों तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बाघ ने 25 जानवरों का शिकार किया। बाघ ने अपना सबसे आखिरी शिकार बुधवार सुबह ही एक खेत में गाय को बनाया था, जिससे लोगों में दहशत और बढ़ गई थी। हालांकि, इन दौरान बाघ ने किसी इंसान को अपना शिकार नहीं बनाया।

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