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Lucknow: खतरनाक नस्ल के डॉग को पालना पड़ेगा महंगा, लगेगा पांच हजार का जुर्माना
Lucknow: राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में बीते दिनों कुत्तों के इंसानों पर हमले की खबरें सामने आयीं। इनमें से कुछ हमलों में तो कई लोग असमय काल के गाल में भी समा गये।
Lucknow News: राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में बीते दिनों कुत्तों के इंसानों पर हमले की खबरें सामने आयीं। इनमें से कुछ हमलों में तो कई लोग असमय काल के गाल में भी समा गये। राजधानी लखनऊ में बीते साल एक महिला को उन्हीं के पालतू कुत्ते पिटबुल ने इस कदर नोंचा कि उनकी मौत हो गयी। बीते एक दिन पहले संभल में भी कुत्तों के झुंड ने आम के बाग में खेल रहे 11 साल के बच्चे पर इतना ज्यादा नोंच डाला कि उसकी भी जान चली गयी।
कुत्तों के हमलों में मासूम लोगों के घायल होने और जान चले जाने को नगर निगम ने गंभीरता से लिया है। अब पिटबुल और रॉटवाइल समेत डॉग की 25 खतरनाक ब्रीड को घर में पालने पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंधित कुत्तों की नस्ल को घर में पालने पर मालिकों के खिलाफ पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही डॉग को भी जब्त कर लिया जाएगा।
नगर निगम खतरनाक ब्रीड डॉग की ब्रीडिंग पर भी रोक लगाने के लिए गाइडलाइंस जारी करेगा। नए नियमों को लागू करने के लिए नगर निगम के पशु कल्याण विभाग ने शासन से अनुमति मांगी है। शासन की मंजूरी मिलते ही इन नियमों को लागू कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार के पशुपालन मंत्रालय ने आदेश जारी कर देश में 25 खतरनाक ब्रीड के डॉग्स पर बैन लगाया था। इसी आदेश के संदर्भ में नगर निगम ने शासन को पत्र लिखा है।
शहर में हैं खतरनाक नस्ल के 400 कुत्तें
राजधानी लखनऊ में वर्तमान में खतरनाक प्रजाति के लगभग 400 कुत्ते घरों में पाले गये हैं। चालू वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने कुल 5370 पालतू कुत्तों के लाइसेंस जारी किए थे। इनमें से 1090 देसी नस्ल के डॉग शामिल हैं।
इन डॉग नहीं बनेंगे नए लाइसेंस
पिटबुल
अमेरिकन स्टेफोर्डशायर टेरियर
टोसा इनु
फिला ब्रासीलेइरो
डोगो अर्जेंटीनो
कॉकशियन शेफर्ड डॉग
दक्षिण रूसी शेफर्ड डॉग
टॉर्नजैक
मैस्टिफ्स
रॉटवाइलर
टेरियर्स
एकबैश
मॉस्को गार्ड
केन कॉरसो
बैंडॉग
अमेरिकन बुलडॉग
बोएरबोएल
कैंगेल
मध्य एशियाई शेफर्ड डॉग
सरप्लैनिनैक
जापानी टोस व अकीता
रोडेशियन रिजबैक
वुल्फ डॉग
कैनारियो।
पाल सकते हैं इन नस्ल के डॉग
लैब्रोडोर, लाहसा अप्सो, पामेरियन, जर्मन शेफर्ड, शिटजू, पग व देसी नस्ल के कुत्ते ही घरों में पाले जा सकते है। नगर निगम में इन कुत्तों के लाइसेंस भी बनाए जाएंगे।