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UP BJP President: इसी सप्ताह यूपी को मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष, इस चेहरे पर भाजपा लगा सकती है दांव
UP BJP President: भाजपा जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पार्टी का नये प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान करेगी। माना जाता है कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए भाजपा ओबीसी या फिर ब्राहमण चेहरे पर दांव लगा सकती है।
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UP BJP President: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में बीते रविवार को बहुप्रतीक्षित जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। भाजपा ने 98 में से 70 जिलों में नए जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी है। जिला अध्यक्षों के सूची जारी होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता साफ हो गया है। माना जा रहा है कि मार्च के अंतिम सप्ताह में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर शीर्ष नेतृत्व की मुहर लग जाएगी।
यूपी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनाव अधिकारी बनाया गया है। पीयूष गोयल जल्द ही राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे और प्रदेष अध्यक्ष के लिए संभावित नामों पर मंथन करेंगे। चूंकि भाजपा का फोकस 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। ऐसे में वह किसी ऐसे नेता को प्रदेष अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपेगी। जो भाजपा को यूपी में ज्यादा सीटें दिला सके।
नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए खंगाला जाएगा पुराना रिकॉर्ड
भाजपा जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पार्टी का नये प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान करेगी। माना जाता है कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए भाजपा ओबीसी या फिर ब्राहमण चेहरे पर दांव लगा सकती है। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक क्षत्रिय वर्ग से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनना थोड़ा मुश्किल है। क्योंकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी क्षत्रिय बिरादरी से हैं। ऐसे में राज्य में प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एक ही बिरादरी से होना थोड़ा मुश्किल सा लगता है।
इसके साथ ही भाजपा नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए संभावित नामों के पुराने इतिहास को भी खंगालेगी। उल्लेखनीय है कि साल 2017 में केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में भाजपा ने 312 सीटें हासिल की थी। इसी तरह साल 2022 में स्वतंत्र देव के नेतृत्व में पार्टी ने 255 सीटें जीती थीं। तब भाजपा ने दूसरी बार प्रदेश में सरकार बनायी थी। इसी आधार पर भाजपा नए प्रदेश अध्यक्ष की खोज कर रही है। साथ ही यह भी ध्यान में रखा जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष कोई ऐसा शख्स बने। जो सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल बनाकर रख सके।
जल्द होगा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव
संगठनात्मक दृष्टि से उत्तर प्रदेश को भाजपा ने 98 जिलों में बांटा है। अब तक 70 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा हो चुकी है। नियमों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए 50 फ़ीसदी से ज्यादा जिलाध्यक्षों का होना जरूरी है। तभी नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर निर्णय लिया जा सकता है। इस लिहाज़ से अब तक 71.42 प्रतिशत जिला अध्यक्षों के नाम घोषित हो चुके हैं। यानी अब नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जल्द ही हो सकेगा।
रेस में ये नाम चल रहे आगे
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा इस बार प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर ओबीसी या ब्राहमण वर्ग को मौका दे सकती है। पिछड़े वर्ग से धर्मपाल सिंह, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है। वहीं भाजपा परंपरागत वोट को साधने के लिए ब्राह्मण चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी सौंप सकती है। इनमें राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा और पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी के नाम की चर्चा तेजी से चल रही है।