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Lucknow News: कैमरे में कैद हुई बाघ की तस्वीर, अभी तक कर चुका दो नीलगायों का शिकार
Lucknow News: रहमान खेड़ा के केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में सबसे पहले काम करने वाले मजदूरों को पगमार्क दिखे थे। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी।
Lucknow News: लखनऊ के रहमान खेड़ा समेत आसपास के करीब 20 किलोमीटर इलाके में बाघ की दहशत बरकरार है। रविवार देर रात बाघ ने एक बार फिर नीलगाय को अपना शिकार बना लिया। इसके पहले भी बाघ एक नीलगाय का शिकार कर चुका है। सोमवार को बाघ की एक तस्वीर भी सामने आई है। वन विभाग थर्मल कैमरे से बाघ की निगरानी में जुटा है। तस्वीर और पगमार्क से इलाके में बाघ होने की पुष्टि तो हो गई है लेकिन अभी तक बाघ वन विभाग की पकड़ से दूर है। उसे पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए हैं। साथ ही निगरानी के लिए भी टीमों को लगाया गया है। इसके बावजूद अभी तक सफलता नहीं मिली है।
दहशत में ये गांव, कर्फ्यू जैसा माहौल
रहमान खेड़ा के केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में सबसे पहले काम करने वाले मजदूरों को पगमार्क दिखे थे। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद अन्य इलाकों में भी पग मार्क दिखे। शुरुआत में वन विभाग ने किसी हिंसक जंगली जानवर के होने की बात कही थी। हालांकि, अब इलाके में बाघ होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद से टीमें लगातार हबीबपुर, मिठेनगर, मंडौली, हफीसखेड़ा, उलरापुर, दुगौली, कसमंडी, नबीपनाह इलाके में गश्त कर रही हैं। बाघ की आहट से इन गांवों के ग्रामीण लगातार दहशत में हैं। डीएफओ सितांशु पांडे ने कहा कि रेंजर सोनम दीक्षित की निगरानी में लगातार बाघ को पकड़ने के प्रयास चल रहे हैं।
नीलगाय का शिकार किया, फिर अगले दिन ले गया शव
रहमान खेड़ा में बाघ कई इलाकों में लगातार चलकदमी कर रहा है। इसके पहले वह वनरोज नामक नीलगाय का शिकार कर चुका है। पहले बाघ ने शिकार किया उसके अगले दिन नील गाय के शव को भी खींच ले गया। रविवार को भी बाघ जंगल से निकल कर बेहता नाले के किनारे किनारे काफी दूर तक गया था। उसके पैरों के चिन्ह भी कई खेतों में मिले लेकिन अभी तक उसकी लोकेशन नहीं मिल पाई। टीमें ग्रामीणों की मदद से निगरानी में जुटी हैं लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पा रहा है।