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Unfit School Vehicles: स्कूली बच्चों का वाहन अनफिट दिखा तो खैर नहीं
Unfit School Vehicles: राजधानी लखनऊ के आरटीओ कार्यालय के फिटनेस सेंटर पर आज से ही वाहनों की फिटनेस को लेकर सख्ती से चेकिंग शुरू हो गई है।
Unfit School Vehicles: हर साल प्रदेश में स्कूली वाहनों में होने वाली दुर्घटनाओं के मद्देनजर इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने कडे़ कदम उठाते हुए साफ कहा है कि अनफिट वाहनों से स्कूली बच्चों को लेकर होने वाली दुर्घटनाओें में जिम्मेदार लोगों का बख्शा नहीं जाएगा। परिवहन विभाग ने एक अभियान शुरू किया है जिसके तहत ऐसे अनफिट वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजधानी लखनऊ के आरटीओ कार्यालय के फिटनेस सेंटर पर आज से ही वाहनों की फिटनेस को लेकर सख्ती से चेकिंग शुरू हो गई है। स्कूली वाहनों मे एचएसआरपी, स्पीड गवर्नर, स्लोगन, डेंट पेंट, बॉडी, कैमरा, फायर और अन्य संबंधित मानक पूरे होंगे तभी वाहनों को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मिलेगा। यह अभियान 15 दिन चलेगा। 15 वर्ष पुराने वाहनों का फिटनेस सेंटर पर कार्य हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि हर साल स्कूली बच्चों के वाहनों के अनफिट होने के कारण कई बार उनकी जान तक चली जाती है। अभियान शुरू होने के पहले हुई जांच में अधिकतर वाहन अनफिट पाए गए। स्कूली वाहनों के अलावा अन्य वाहनों में भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, डेंट पेंट, लाईट, हॉर्न, शीशा, रेडियम पट्टी, समेत अन्य मानकों को जांचा जा रहा है।राजधानी लखनऊ में आरटीओ कार्यालय के फिटनेस सेंटर पर कोई भी स्कूली वाहन या अन्य वाहन जो मानकों पर खरा नहीं उतर रहा है। उसे फिटनेस सेंटर से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जो वाहन फिट हैं उन्हीं को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी हो रहा है। अनफिट वाहन किसी कीमत पर फिट घोषित नहीं होंगे।हालांकि वाहनों की फिटनेस में कभी भी कोई लापरवाही नहीं बरती जाती है। फिर भी कोई दलाल व्यक्ति किसी तरह से वाहन स्वामी का फायदा न उठा पाए। इसको लेकर अब और भी बारीकी से वाहनों की जांच की जा रही है।
फिटनेस सेंटर पर वाहनों की फिटनेस कराने आने वाले वाहनों की सघन जांच का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब फिटनेस सेंटर परिसर में प्रवेश करते ही आरआई वाहनों का बोनट खुलवाकर प्रेशर हॉर्न और हूटर की भी जांच कर रहे हैं। कई ऐसे वाहन फिटनेस सेंटर पर फिटनेस करने आए जिनमें प्रेशर हॉर्न और हूटर लगे हुए थे। वाहन मालिकों से कहा गया है कि जब तक वाहन पूरी तरह मानकों पर खरा नहीं उतरेगा तब तक फिटनेस के लिए न यहां लाएं। तमाम स्कूली वाहनों में खामियां मिलीं तो उन्हें वापस लौटा दिया गया।बता दे कि पिछले महीने अधिकारियों ने यहां फिटनेस सेंटर की जब चेकिंग की तो कई अनियमिताएं पाई गयी जिसे लेकर मौके पर मौजूद कर्मचारियों पर नाराजगी भी व्यक्त की गयी। इसी के बाद आलाधिकारियों ने ने वाहनों की फिटनेस मानकों के अनुरूप की जाए इसके लिए दिशानिर्देश दिए थे। आलाधिकारियों ने मौके पर वाहन स्वामियों से पूछताछ की थी और रजिस्टर भी चेक किया था।, जिसमें किसी भी वाहन चालक ने किसी तरह की रिश्वत न देने की बात कही थी. रजिस्टर पर भी सब कुछ दुरुस्त पाया गया था। इसके बाद फिटनेस सेंटर के अफसरों को क्लीन चिट मिली थी।