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Lucknow News: KGMU के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में NEMICON 2024 संपन्न, देश भर के डॉक्टर हुए शामिल
Lucknow News: सम्मेलन का मुख्य विषय “From Crisis to Care: Trends and Transformation” था जिसका उद्देश्य इमरजेन्सी मेडिसिन और इन्टेन्सिव केयर कि वर्तमान चुनौतियों और संभावनाओं पर केंद्रित रहा।
Lucknow News: KGMU के इमरजेन्सी मेडिसिन विभाग द्वारा रविवार को दो दिवसीय प्रथम राष्ट्रीय इमरजेन्सी मेडिसिन एवं इन्टेन्सिव केयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन सम्पन्न हुआ। समारोह में KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानन्द मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी। उन्होंने इस महत्वपूर्ण इमरजेन्सी मेडिसिन विषय पर बहुत ही सफल कार्यक्रम के लिए विभागाध्यक्ष प्रो. हैदर अब्बास को बधाई दी।समापन समारोह में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल के निदेशक डा. अजय सिंह, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान गुवाहाटी के निदेशक प्रो. अशोक पुरानिक एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायबरेली के निदेशक प्रो. अरविन्द राजवंशी मौजूद रहे। अतिथियों ने सभी मौजूद प्रतिभागियों कोु पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया।
देश भर के जाने माने चिकित्सक हुए शामिल
आयोजन में देश-विदेश से लगभग 700 चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया। दो दिवसीय सम्मेलन का मुख्य विषय “From Crisis to Care: Trends and Transformation” था जिसका उद्देश्य इमरजेन्सी मेडिसिन और इन्टेन्सिव केयर कि वर्तमान चुनौतियों और संभावनाओं पर केंद्रित रहा। सम्मेलन का उद्देश्य इमरजेन्सी हेल्थ केयर की चुनौतियों और उसके समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम का उद्घाटन एक दिन पहले 5 अक्टूबर को प्रदेश के सीएम बृजेश पाठक ने किया था। सम्बोधन में उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे नवाचारों से भी सभी को अवगत कराया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज में इमरजेन्सी मेडिसिन विभाग स्थापित करने के लिए प्रभावी कदम उठाये गए हैं एवं इमरजेन्सी मेडिसिन विभागों में फैकल्टी कि नियुक्ति की जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया था कि इमरजेन्सी मेडिसिन विभाग बड़ी चुनौती पूर्ण स्थितियों मे कार्य करता है। इस पर मरीजों का अत्यधिक दबाव रहता है और इस संकट की घड़ी में रोगी के परिजनों को डाक्टर से अपेक्षायें भी अधिक होती हैं।
वर्कशॉप में चिकित्सकों ने ली ट्रेनिंग
दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन आज कार्यशाला का भी आयोजन हुआ। इसमें देश भर से आये चिकित्सकों ने लाइफ सेविंग इमरजेन्सी स्किल एवं अन्य इमरजेन्सी वर्कशॉप्स में ट्रेनिंग ली। इस कॉन्फ्रेंस में प्रतिभागियों को शोधपत्रों के लिए पुरस्कार दिये गये एवं क्विज प्रतियोगिता में भी प्रथम द्वितीय द्वारा 124 शोध पत्र प्रस्तुत किए गये। अंत में संस्थान की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानन्द ने इमरजेन्सी एवं ट्रामा के क्षेत्र में इमरजेन्सी मेडिसिन विभाग की प्रशन्सा की। उन्होंने उप-मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय की योजनाओं में अभूतपूर्व योगदान के लिए धन्यवाद दिया।