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Lucknow University: यूजीसी चेयरमैन ने सत्र को किया संबोधित, बोले- साल में दो बार होगी सीयूईटी परीक्षा

यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने एक सेशन को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि अब साल में दो बार सीयूईटी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यह परीक्षा ओएमआर आधारित होगी।

Abhishek Mishra
Published on: 17 Feb 2024 10:15 AM IST
Lucknow University: यूजीसी चेयरमैन ने सत्र को किया संबोधित, बोले- साल में दो बार होगी सीयूईटी परीक्षा
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Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम-2024 में यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने एक सेशन को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि अब साल में दो बार सीयूईटी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यह परीक्षा ओएमआर आधारित होगी। इससे समय को बचत होगी और अधिक से अधिक विद्यार्थी यह परीक्षा दे पाएंगे। इस विषय में अगले सप्ताह घोषणा की जाएगी। परीक्षा समय से कराकर अगस्त से नया सत्र शुरू कर देंगे।

शिक्षा में हुए बदलावों को मिली सराहना

यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हमारे देश में शिक्षा क्षेत्र में हुए बदलाव को जी-20 से विदेशों में भी खूब सराहा गया। भारतीय शिक्षा में कुल 40 बदलाव किए गए हैं। इसमें जल्द ही और बदलाव किए जाएंगे। यूजीसी के चेयरमैन ने यहां पर चार प्रस्तावों पर चर्चा की। प्रो. कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों को उनकी स्ट्रीम के अलावा योग्यता के आधार पर अलग-अलग विषयों में पाठ्यक्रम चुनने को बढ़ावा देना चाहिए।


संस्थागत विकास योजना के बारे में बताया

शिक्षा समागम में उन्होंने नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क और एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के बारे में बताया। इसके साथ ही उन्होंने एपीएएआर आईडी कार्ड और एकेडमिक डाटा के लिए एक अद्वितीय छात्र पहचान बनाने के बारे में जानकारी दी। प्रो. कुमार ने मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम और संस्थागत विकास योजना के बारे में भी बताया।

अब स्कूल में शुरु होगा क्रेडिट स्कोर सिस्टम

यूजीसी चेयरमैन प्रो. एम. जगदीश कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों की तरह अब स्कूल के विद्यार्थियों को भी क्रेडिट कमाने होंगे। इंटर के विद्यार्थियों को कुल 160 क्रेडिट स्कोर करने होंगे। क्रेडिट सिस्टम को चार भाग में बांटा गया है। जोकि 40-40 नंबर के होंगे। प्रो. कुमार ने सत्र में मौजूद शिक्षाविदों से शिकायत न करते हुए सीमित संसाधनों में अच्छा काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों को एडवेंचरस होते हुए नवाचार पर फोकस करना चाहिए।




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Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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