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Jal Jeevan Mission: जल जीवन मिशन का यूनिक नंबर, दूर कराएगा पानी की परेशानी...बनेगा आपके घर की निशानी

Jal Jeevan Mission: नल का नंबर गूगल मानचित्र पर दर्ज किया जाएगा। हर घर नल योजना का यह नंबर घर की दीवार अंकित हो जाएगा, जिससे मकान का भी एक नंबर हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों को शिकायतकर्ता का घर ढूंढने में आराम हो जाएगा।

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Newstrack Network
Published on: 7 Feb 2024 11:06 AM GMT (Updated on: 7 Feb 2024 12:23 PM GMT)
Jal Jeevan Mission
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प्रतीकात्मक चित्र (Social Media) 

Lucknow News: देश में पहली बार उत्तर प्रदेश में 'जल जीवन मिशन' (Jal Jeevan Mission) के तहत लगाए जा रहे प्रत्येक नल को अब एक खास यूनिक नंबर मिलेगा। इस नंबर को जिस घर में नल लगा है, उसके बाहर दीवार पर अंकित भी किया जाएगा। आमतौर से जब गांव में किसी ग्रामीण के घर में नल खराब हो जाता है, तो वह विभाग में ऑनलाइन शिकायत करता है।

नंबर बनेगा मकान की पहचान

इस शिकायत के आधार पर कई बार कर्मचारियों को मकान ढूंढने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिससे समस्या के समाधान में देरी हो जाती है। इस परेशानी को देखते हुए जल जीवन मिशन अब अपने प्रत्येक टैप यानी टोटी को एक खास नंबर देगा। 'हर घर नल से जल' योजना में यह नंबर उस मकान की पहचान बन जाएगा। इस नंबर को गूगल मैप पर भी रजिस्टर कर दिया जाएगा, जिससे प्रत्येक ग्रामीण के मकान को ढूंढना आसान हो जाएगा। गांव में किसी भी मकान का कोई नंबर नहीं होता, ऐसे में जल जीवन मिशन की ओर से दिया गया या खास नंबर उस मकान की पहचान पत्राचार के लिए भी बन सकेगा। उत्तर प्रदेश इस व्यवस्था को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।


यूपी में 2.63 करोड़ नल लगने हैं

हर घर नल से जल योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 2.63 करोड़ नलों का गांव में लगाना है। जल जीवन मिशन इस योजना के तहत 2 करोड़ से अधिक के लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है। अगले कुछ समय में यह पूरा आंकड़ा भी प्राप्त हो जाएगा। इस बीच में लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए यह यूनिक आईडी दी जा रही है।

नल का नंबर गूगल मानचित्र पर दर्ज होगा

मिसाल के तौर पर कहीं किसी गांव में नल खराब हो गया। किसी तरह की गड़बड़ी आ गई है। कोई ग्रामीण कंट्रोल रूम में यह जानकारी देता है। जिसको लेकर यह एक सिस्टम लागू किया गया है। सभी टैप का यूनिक आईडी, घर की दीवार पर अंकित किया जा रहा है। नल का नंबर गूगल मानचित्र पर दर्ज किया जाएगा। हर घर नल योजना का यह नंबर घर की दीवार अंकित हो जाएगा, जिससे मकान का भी एक नंबर हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों को शिकायतकर्ता का घर ढूंढने में आराम हो जाएगा। गूगल मैप लोकेशन बता देगा। यह समाधान ग्रामीणों के घरों को पहचान भी दिलाएगा।


नंबरिंग का ये होगा फायदा

जल निगम ग्रामीण के प्रबंध निदेशक डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि, 'हमारा उद्देश्य ग्रामीणों को जलापूर्ति के साथ ही बेहतर गुणवत्ता भी उपलब्ध करवाना है। इसलिए हर घर नल से जल योजना में घरों की नंबरिंग की जा रही है। किसी तरह की समस्या होने पर इसी नंबर के आधार पर शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी। शिकायत मिलने पर उसे संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के पास भेज दिया जाएगा। घर का नंबर होने से कर्मचारी को शिकायतकर्ता के घर तक पहुंचने में आसानी होगी और जल्द से जल्द दिक्कतों को दूर किया जा सकेगा।'

शिकायतों का ऐसे निवारण कराएगा यूनिक नंबर

राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की तरफ से ग्रीवांस पोर्टल का संचालन किया जा रहा है। स्वच्छता मिशन का हेल्पलाइन नम्बर लाभार्थियों से लगातार बातचीत करने के साथ उनकी शिकायतों के निस्तारण और उनसे मिलने वाले सुझावों से योजनाओं को और बेहतर करने का प्रयास भी कर रहा है। पानी की समस्या से जुड़ी शिकायतों के निवारण के लिए टोल फ्री 18001212164 जारी किया गया है। इस नंबर पर लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। शिकायत मिलने पर इसे संबंधित अधिकारी के पास भेज दी जाएगी। नल नंबर के आधार पर कर्मचारी शिकायतकर्ता के घर पहुंचकर समस्या का निवारण करेंगे। टोल फ्री नंबर के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और फेसबुक पर भी जल जीवन मिशन से जुड़ी शिकायतों को दर्ज कराई जा सकती है।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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