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UP: यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, आशुतोष टंडन को दी गई श्रद्धांजलि, बीजेपी और सपा ने कसी कमर
UP Assembly Winter Session: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के मौजूदा और पूर्व सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। बीजेपी और समाजवादी पार्टी ने पूरी तरह कमर कस ली है। सदन हंगामेदार रहने के आसार हैं।
UP Assembly Winter Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज यानी मंगलवार (28 नवंबर) को शुरू हो गया। खास बात ये है कि, 65 साल बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार में विधानसभा सत्र नए नियमों के साथ ऑपरेट किया जा रहा है। दरअसल, विधानसभा के पिछले सत्र में ही बदलावों को अनुमति मिल गई थी। उन्हीं बदलावों को अब लागू किया जा रहा है। इसके तहत सदन में नेताओं के मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र पूर्व राज्य मंत्री और भाजपा विधायक आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) के निधन पर शोक संवेदना के साथ शुरू हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र (UP Assembly Winter Session) सुबह 11 बजे शुरू हुआ। इस वर्ष यह विधानमंडल का तीसरा और 18वीं विधानसभा का छठवां सत्र है। इस सत्र में राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 (Financial year 2023-24) के लिए अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) प्रस्तुत करेगी।
सदस्यों के मोबाइल ले जाने पर बैन
सत्र के दौरान सदस्यों को बिना मोबाइल ही सदन में प्रवेश मिलेगा। साथ ही, सदन में झंडा/बैनर आदि ले जाने की भी अनुमति नहीं रहेगी। वर्तमान सत्र के दौरान महिलाओं को खास वरीयता दी जाएगी। दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का नारी सशक्तिकरण के लिए संकल्प है। बताया जा रहा है कि सत्र के दौरान महिला सदस्यों को बोलने के लिए खास वरीयता दी जाएगी।
शीतकालीन सत्र में क्या होगा काम?
यूपी विधानसभा के विंटर सेशन के पहले दिन सदन के मौजूदा और पूर्व सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त किया जाएगा। 29 नवंबर अर्थात कल से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू होगी। इस दिन प्रथम पहर के दौरान अध्यादेशों (Ordinances), अधिसूचनाओं (Notifications), नियमों आदि को सदन के पटल पर रखा जाएगा। इसके अलावा विधेयकों का दोबारा स्थापन कार्य किया जाएगा।
इस मुद्दे पर घेर सकता है विपक्ष
जानकारी के अनुसार, दोपहर 12:30 बजे के बाद वित्तीय वर्ष 2023-24 के अनुपूरक अनुदानों (Supplementary Grants) की मांगों को प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही, अन्य विधायी कार्य भी निपटाए जाएंगे। दूसरी तरफ, विपक्षी पार्टियां सरकार को जातीय जनगणना (Caste Census) जैसे मुद्दों पर घेर सकती है। प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेता लगातार जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर हैं। उनका आक्रामक रवैया आगे भी देखने को मिल सकता है।
विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ये बोले
विंटर सेशन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) ने सोमवार को कहा था कि, 'देश में धारणा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र में अच्छी बहस होती है। राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों को बहुत अच्छे से पेश किया जाता है। विपक्ष का कहना है अपनी राय को अच्छे से आगे बढ़ाएं। इसलिए मुझे उम्मीद है कि आने वाले सत्रों में सरकार महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस करेगी।'