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UP Board Exam 2025 Update: UP बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां का खाका तैयार, दर्जनों से ज्यादा जिले संवेदनशील घोषित, कंट्रोल रूम से निगरानी का कड़ा इंतजाम
UP Board Exam 2025 Update: माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पिछले साल की बोर्ड परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल, अनियमितता, और अन्य कारणों से दोबारा परीक्षा कराए जाने के बाद 17 जिलों को अतिसंवेदनशील घोषित किया है।
UP Board Exam 2025 Update ( Pic- Social- Media)
UP Board Exam 2025 Update: यूपी में 24 फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अपनी कमर कस ली है। इस प्रक्रिया के तहत जिला और राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं। ताकि परीक्षा की निगरानी और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। वहीं 17 जिलों को परीक्षा के लिए संवेदनशील घोषित किया गया है। जिन पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
अतिसंवेदनशील जिलों में विशेष निगरानी
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पिछले साल की बोर्ड परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल, अनियमितता, और अन्य कारणों से दोबारा परीक्षा कराए जाने के बाद 17 जिलों को अतिसंवेदनशील घोषित किया है। इनमें मथुरा, बागपत, अलीगढ़, गोंडा, आगरा, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, देवरिया, चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर जिले शामिल हैं। इन जिलों में विशेष सतर्कता और निगरानी की जाएगी।
नकल माफिया और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी डीएम, कमिश्नर और विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन संवेदनशील जिलों में परीक्षा की तिथि और पाली के दौरान विशेष सतर्कता रखी जाए। साथ ही नकल माफिया और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर निरोधात्मक कार्रवाई की जाए, ताकि परीक्षा शांतिपूर्ण और नकल मुक्त हो सके।
कंट्रोल रूम से निगरानी का कड़ा इंतजाम
विभाग ने बोर्ड परीक्षा की सुरक्षा और निगरानी के लिए जिला मुख्यालय, सभी क्षेत्रीय कार्यालयों और राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना की है। इन कंट्रोल रूम के माध्यम से पूरे प्रदेश में परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी। जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की मॉनीटरिंग डीएम द्वारा नामित प्रशासनिक अधिकारी करेंगे और किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारी को दी जाएगी। वहीं प्रदेश में इस बार की बोर्ड परीक्षा में पूरी सतर्कता और निगरानी रखने की योजना से उम्मीद है कि नकल की समस्याओं पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकेगा।