Sisamau By Election 2024: सीसामऊ से भाजपा ने सुरेश अवस्थी पर लगाया दांव, यहां 28 साल से नहीं खिला कमल

Sisamau By Election 2024: सीसामऊ विधानसभा सीट पर बीते लंबे अरसे से समाजवादी पार्टी का ही कब्जा है। साल 1996 के बाद से इस सीट पर कभी भी कमल नहीं खिल सका।

Shishumanjali kharwar
Published on: 24 Oct 2024 11:55 AM GMT (Updated on: 24 Oct 2024 12:14 PM GMT)
sisamau by election 2024
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सीसामऊ से भाजपा ने सुरेश अवस्थी पर लगाया दांव (न्यूजट्रैक)

Sisamau By Election: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी दलों ने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। चुनाव के लिहाज से कानपुर की सीसामऊ सीट (Sisamau Vidhasabha Seat) काफी अहम मानी जा रही है। सीसामऊ विधानसभा सीट (Sisamau Assembly By Election 2024) पर बीते लंबे अरसे से समाजवादी पार्टी का ही कब्जा है। साल 1996 के बाद से इस सीट पर कभी भी कमल नहीं खिल सका। यानी की यहां बीते 28 साल से कभी भी भारतीय जनता पार्टी जीत दर्ज नहीं कर सकी। आखिरी बार सीसामऊ सीट से भाजपा के उम्मीदवार राकेश सोनकर जीते थे। इसके बाद पिछले तीन चुनावों से लगातार सपा के इरफान सोलंकी इस सीट से निर्वाचित होते रहे हैं।

इरफान सोलंकी को एक मामले में सजा होने के बाद उनकी विधायकी चली गयी और सीसामऊ सीट रिक्त घोषित कर दी गयी। अब इसी सीट के लिए होने वाला उपचुनाव एक बार फिर भाजपा के लिए अवसर की तरह है। भारतीय जनता पार्टी (UP BJP Candidate List 2024) ने इस सीट को फिर से अपने पाले में लाने के लिए सुरेश अवस्थी को चुनाव मैदान में उतारा है। सुरेश अवस्थी का मुकाबला समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी से होगा। वहीं बहुजन समाज पार्टी भी खाता खोलने की उम्मीद को लेकर पहली बार उपचुनाव के रण में कूद गयी है। बसपा ने वीरेंद्र कुमार शुक्ला पर दांव लगाया है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में लगे जोरदार झटके के बाद राज्य में इन नौ विधानसभा सीटों पर होने वाला उपचुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ गया है।

सीसामऊ सीट का सियासी इतिहास?

पिछले तीन चुनावों में कानपुर नगर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याषी इरफान सोलंकी परचम लहराते रहे हैं। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट इरफान सोलंकी ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 69,163 वोट हासिल किए थे। इरफान सोलंकी ने भाजपा उम्मीदवार सलिल विश्नोई को पटखनी दी थी। सलिल विश्नोई को 66,897 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी। कांग्रेस प्रत्याशी सुहेल अहमद को केवल 5,616 मत ही मिल सके थे।

वहीं साल 2012 और 2017 में भी यह सीट सपा के ही पाले में रही। इरफान सोलंकी लगातार इस सीट से विधानसभा पहुंचे। 2007 और 2002 में सीसामऊ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संजीव दरियाबादी जीते थे। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राकेश सोनकर 1991, 1993 और 1996 में लगातार इसी सीट से जीत चुके हैं। वहीं 1985 में संजीव दरियाबादी की मां कमला भी इस सीट से निर्वाचत हो चुकी हैं। इस तरह सीसामऊ सीट पर तीन बार कांग्रेस, तीन बार भाजपा और तीन बार सपा कब्जा कर चुकी है।

सीसामऊ सीट का जातीय समीकरण

सीसामऊ सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां कुल करीब दो लाख 70 हजार मतदाता है। इनमें एक लाख मुस्लिम मतदाता है। ब्राह्मण और अनुसूचित जाति के करीब 60-60 हजार मतदाता हैं। मुस्लिम मतदाताओं की सर्वाधिक संख्या होने की वजह से ही सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी लगातार इस सीट से जीतते आ रहे हैं। वहीं अब इस सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। उपचुनाव के लिए 13 नवम्बर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे। अब यह देखना बेहद रोमांचक होगा कि इसी सीट पर भाजपा का वनवास खत्म होता है या फिर सपा फिर से वापसी कर लेती है।

Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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