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UP By Election Result: यूपी उपचुनाव में जनता को भाया योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा
UP By Election Result: उत्तर प्रदेश के नौ विधानसभा सीटों पर सात पर जिस बढ़त के साथ भाजपा ने कब्जा किया है। उससे यह साफ हो गया है कि सीएम योगी के हिंदुत्व मॉडल पर जनता को दृढ़ विश्वास है।
UP By election Result 2024: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर खुद को साबित कर दिया। भाजपा ने यूपी उपचुनाव में सात सीटों पर कब्जा कर लोकसभा चुनाव की हताशा और निराशा को भी खत्म कर दिया है। साथ ही इस उपचुनाव से साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का मनोबल भी दोगुना हो गया है।
यूपी की सात में दो ऐसी सीटें मुरादाबाद की कुंदरकी और अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट पर भाजपा ने कमल खिलाया। जहां बीते तीन दशक से भाजपा ने जीत का मुंह भी नहीं देखा था। इन दोनों सीटों पर सपा का कब्जा था। दोनों सीटों पर भाजपा की जीत से कार्यकर्ताओं का हौसला भी बुलंद हुआ है। यूपी विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘नायक’ बना दिया है। हरियाणा, जम्मू-कश्मीर के बाद महाराष्ट्र के साथ ही यूपी के चुनाव परिणाम से साफ जाहिर हो गया कि योगी का नारा ‘बंटेगे तो कंटेगे’ काम कर गया है।
‘बंटेगे तो कंटेगे’ का नारा यूपी उपचुनाव में गेमचेंजर साबित हुआ। इस नारे ने जहां हिदू चेतना को जगाया। वहीं इस नारे ने विपक्ष की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह ‘बंटेगे तो कंटेगे’ के नारे के साथ यूपी उपचुनाव फतह किया। उसने लोकसभा चुनाव में मिली हताशा की पूरी तरह से भरपाई कर दी है। ‘बंटेगे तो कंटेगे’ का नारा देकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह संदेश भी दिया है कि राष्ट्रहित में अब वे न कभी बटेंगे न ही कटेंगे। महत्वपूर्ण बात तो यह भी थी कि इन उपचुनावों में पार्टी के केन्द्रीय संगठन ने ज्यादा दखल भी नहीं दिया। एक तरह से पार्टी की राज्य इकाई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ही पूरा दारोमदार था और सात सीटें जिताकर योगी आदित्यनाथ ने अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवा दिया।
यूपी उपचुनाव के परिणाम पर नजर डालें तो भाजपा को जहां सात सीटें मिली। वहीं समाजवादी पार्टी को केवल दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। वहीं जनाधार की आस में उपचुनाव के मैदान में उतरी बसपा को फिर खाली हाथ ही लौटना पड़ा। वहीं चंद्रशेखर आजाद और औवेसी के दल तो मुकाबले में भी नजर नहीं आए। यूपी की नौ सीटों के लिए उपचुनाव वाली नौ सीटों में 2022 में भाजपा ने गाजियाबाद, खैर, फूलपुर सीट ही जीती थी जबकि मझवां सीट पार्टी की सहयोगी निषाद पार्टी के खाते में गई थी और मीरापुर सीट राष्ट्रीय लोकदल ने जीता था। कटेहरी, सीसामऊ, कुंदरकी और करहल सपा ने जीती थी।
भाजपा का आत्मबल दोगुना
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान मिली शिकस्त से सीख ली और यूपी उपचुनाव में पूरे जोश के साथ मैदान में उतरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान ‘बंटेगे तो कंटेगे’ के नारे को जमकर भूनाया। जिसका असर भी चुनाव परिणाम पर पड़ा। भाजपा को कई सीटों पर जीत का अंतर भी बढ़ा।
उपचुनाव के नतीजे ने भाजपा को आत्मबल में इजाफा किया है। उपचुनाव परिणाम के बाद अब यह तय माना जाता रहा है कि सीएम योगी को कोई चुनौती नहीं दे सकता है। जनता सीएम योगी पर भरोसा करती है। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब तक साबित कर दिया है कि अगर नेतृत्व को कभी भी उन पर शंका हुई तो नुकसान भाजपा को उठाना पड़ेगा।
योगी का हिंदुत्व मॉडल सफल
उत्तर प्रदेश के नौ विधानसभा सीटों पर सात पर जिस बढ़त के साथ भाजपा ने कब्जा किया है। उससे यह साफ हो गया है कि सीएम योगी के हिंदुत्व मॉडल पर जनता को दृढ़ विश्वास है। कुंदरकी और कटेहरी जैसे सपा के गढ़ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदूत्व मॉडल से ही सेेंध लगायी। साथ ही इन नतीजों से एक बात और साफ हो गयी है कि भाजपा को सीएम योगी आदित्यनाथ पर भरोसा करना ही होगा। जतना सीएम योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से सहमत है।
सीएम योगी ने खुद संभाली कमान
उत्तर प्रदेष की नौ विधानसभा सीटों पर जीत का परचम लहराने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद कमान संभाल रखी थी। उन्होंने सभी नौ विधानसभा सीटों फूलपुर, कुंदरकी, करहल, गाजियाबाद, कटेहरी, खैर, सीसामऊ, मझवां और मीरापुर में 30 मंत्रियों को प्रभारी मंत्री बनाया था। साथ ही संगठन के पदाधिकारियों की भी तैनाती उपचुनाव वाली सीटों पर की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद भी जनसभाएं की और जनता के बीच भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया।