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Lucknow Snake Bite: रेस्क्यू करने गए अजहर को करैत ने काटा, जहर फैलने के बावजूद सांप को सुरक्षित बचाया

Lucknow Crime: पर्यावरणम सोसायटी राजधानी लखनऊ समेत आसपास के जिलों में बिना किसी शुल्क के साँपों के रेस्क्यू के साथ ही उनके प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य करती है।

Santosh Tiwari
Published on: 23 Sept 2024 8:31 PM IST (Updated on: 23 Sept 2024 9:29 PM IST)
वॉश बेसिन के पाइप में करैत (बाएं), सिविल अस्पताल में भर्ती अजहर (दाएं):
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वॉश बेसिन के पाइप में करैत (बाएं), सिविल अस्पताल में भर्ती अजहर (दाएं): Photo- Newstrack

Lucknow Snake Bite: राजधानी लखनऊ के आईआईएम रोड पर सोमवार की शाम को जहरीले करैत सांप ने रेस्क्यू करने गए पर्यावरण सोसायटी के अजहर अंसारी को काट लिया। सांप के डसने के बावजूद उन्होंने सांप को सकुशल रेस्क्यू किया। थोड़ी देर बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी तो साथियों ने उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।

बता दें कि, पर्यावरणम सोसायटी पिछले कई वर्षों से लखनऊ में सापों को रेस्क्यू करने का काम कर रही है। लखनऊ निवासी आदित्य तिवारी ने इस संस्था को शुरू किया और अब इनकी संस्था में करीब 12 लोग हैं जो इन्ही की तरह सापों का रेस्क्यू करते हैं। सोमवार को शाम के समय आदित्य के पास स्नेक रेस्क्यू के लिए एक फ़ोन आया था। फ़ोन करने वाले ने बताया कि उनके घर के बाथरूम में एक साँप निकला है जो एक पाइप में घुसा हुआ है। इसके बाद आदित्य ने हर बार की तरह साँप की फोटो मंगाई, जिससे उन्हें पता चला की साँप कॉमन करैत प्रजाति का है। कॉमन करैत भारत में पाये जाने वाले सबसे ज़हरीले साँपों में से एक है। इसके बाद आदित्य ने अपनी संस्था के साथी अज़हर अंसारी को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद अज़हर अंसारी आईआईएम रोड स्थित युवक के घर गये और साँप को रेस्क्यू करने लगे। साँप एक पाइप में घुसा हुआ था और अज़हर उसे पाइप से निकालने के लिए उसकी पूँछ की तरफ़ से प्रयास कर रहे थे तभी अचानक से साँप बाहर निकल आया और अज़हर की उँगली में काट लिया। चूँकि इन सभी लोगों को ऐसी परिस्थिति के लिए पहले से तैयार किया जाता है तो अज़हर साँप के काटने के बावजूद भी बिल्कुल डरे नहीं और पहले उन्होंने साँप को रेस्क्यू किया और उसे बैग में रखकर बाहर लाए। फिर उन्होंने इसकी सूचना संस्था के संस्थापक आदित्य तिवारी को दी, जिसपर आदित्य ने उन्हें लखनऊ हज़रतगंज स्थित सिविल अस्पताल में आने के लिए कहा। अज़हर के सिविल अस्पताल के पहुँचने के बाद डॉक्टर ने उनका इलाज शुरू कर दिया। अज़हर अब ख़तरे से बाहर हैं।

मुफ्त में साँपों को रेस्क्यू करती है सोसायटी

पर्यावरणम सोसायटी राजधानी लखनऊ समेत आसपास के जिलों में बिना किसी शुल्क के साँपों के रेस्क्यू के साथ ही उनके प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य करती है। बीते करीब 10 वर्षों से सोसायटी विभिन्न इलाकों में हजारों जहरीले सांप, अजगर, मॉनिटर लिज़र्ड समेत अन्य जीव-जंतुओं का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ चुकी है। सोसायटी के फाउंडर आदित्य तिवारी ने बताया कि टीम के पास शाम को एक रेस्क्यू कॉल आई थी इसके बाद अजहर के साथ ही एक अन्य वॉलंटियर को मौके पर भेजा गया था। रेस्क्यू के दौरान करैत ने अजहर को डस लिया। हालाँकि अब उसकी हालत ठीक है। आदित्य बताते हैं कि सोसायटी की ओर से अभी तक अनगिनत रेस्क्यू ऑपरेशन किए गए हैं और जीव-जंतुओं को सुरक्षित स्थानों तक छोड़ा गया है।

विश्व के सबसे जहरीले साँपों में है करैत

आदित्य तिवारी ने बताया कि करैत सांप विश्व के सबसे जहरीले साँपों में शामिल है। अगर भारत की बात करें तो यहां पाए जाने वाले चार सबसे ज्यादा जहरीले साँपों में करैत की गिनती होती है। इन चार साँपों के समूह को बिग 4 कहा जाता है। करैत के अलावा इनमें कोबरा, रसल वाइपर और सॉ स्केल वाइपर कहा जाता है। इन्हें बिग 4 कैटेगरी में इसलिए रखा जाता है क्यों कि देशभर में इन्हीं चार साँपों के काटने से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। आदित्य कहते हैं कि सांप वैसे तो सबसे शांत जीवों में शामिल होता है लेकिन जब उससे सामने मौजूद व्यक्ति से खतरे की आशंका महसूस होती है वह तब ही किसी पर हमला करता है अन्यथा वह खुद ही लोगों से दूर रहता है।

Santosh Tiwari

Santosh Tiwari

Reporter

Santosh Tiwari, is a Lucknow based Journalist who works with the principle of "Creating real art through his articles". He holds a PG degree in Journalism from the prestigious MCNUJC, Bhopal followed by graduation in Journalism and Mass Communication from Lucknow Public College of Professional Studies. He keeps a keen eye on local crime and organised crime with a grasp of State and National Politics. He maintains a wide network of journalists and informers all over the city along with rural settlements of Lucknow. He started his journalistic journey with Hindustan Hindi Daily's Lucknow Edition as an intern in 2017. Later on, joined Navbharat Times as a Stringer in his final year of graduation. During his tenure in NBT, he covered Lucknow District Prison, Model Prison and Female Prison, Agriculture and Rural crime etc. In 2019, Santosh shifted to Bhopal for his Post graduation. After completing PG in 2021 he started working with Inshorts/Public App as Hindi Content Specialist in National team. In April 2024 he left Inshorts and Currently he is serving Newstrack as an Reporter.

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