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Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय में पितृसत्ता और महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर कार्यशाला: इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से समाज की असमानताओं पर चर्चा
लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय की प्रतिष्ठित संस्था विधिक सहायता केंद्र और आली (ट्रस्ट) के साथ में पितृसत्ता और महिलाओं के खिलाफ हिंसा विषय पर एक सूचनात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
Lucknow News: Photo-Social Media
Lucknow Today News: लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय की प्रतिष्ठित संस्था विधिक सहायता केंद्र और आली (ट्रस्ट) के साथ में पितृसत्ता और महिलाओं के खिलाफ हिंसा विषय पर एक सूचनात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का संचालन विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. बीडी सिंह और विधिक सहायता केंद्र के अध्यक्ष डॉ. अभिषेक कुमार तिवारी के नेतृत्व में किया गया। यह कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय में आयोजित कानूनी व्याख्यान श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का संरक्षण
गौरतलब है कि इस कार्यशाला का उद्देश्य भारतीय संविधान द्वारा महिलाओं, बच्चों और अन्य समुदायों को प्रदत्त सामाजिक, आर्थिक, नागरिक और राजनीतिक अधिकारों की सुरक्षा और संवर्धन पर ध्यान केंद्रित करना था। इस कार्यक्रम का आयोजन विधिक सहायता केंद्र और एसोसिएशन फॉर एडवोकेसी एंड लीगल इनिशिएटिव्स ट्रस्ट के बीच हस्ताक्षरित समझौते के तहत किया गया था। और यह इस प्रकार की दूसरी कार्यशाला थी।
इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से समाज की असमानताओं पर चर्चा
कार्यक्रम के दौरान मनीष कुमार और आर्यमा रस्तोगी ने इंटरैक्टिव गतिविधियों का आयोजन किया। इन गतिविधियों के माध्यम से उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के असहायता और भेदभाव को समझाने की कोशिश की। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किस प्रकार विभिन्न भूमिकाएं समाज में लोगों को सशक्त बनाती हैं। और किस तरह पुरुषों को अधिकतर आधिकारिक और शक्तिशाली भूमिकाएं प्राप्त होती हैं।
इंटर्नशिप अवसर और पुस्तक वितरण
वहीं कार्यक्रम के समापन पर आर्यमा रस्तोगी ने एसोसिएशन फॉर एडवोकेसी एंड लीगल इनिशिएटिव्स ट्रस्ट में इंटर्नशिप की प्रक्रिया पर जानकारी दी। और साथ ही कमला भसीन द्वारा लिखित पुस्तक पितृसत्ता क्या है, वहां पर मौजूद सभी लोगों को वितरित किया। इस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, और यह कार्यशाला सफलता पूर्वक संपन्न किया गया।