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Lucknow University: हठयोग कार्यशाला का हुआ आयोजन, वक्ता बोले- सर्दी और जुकाम में जलनेति योग मददगार

Lucknow University: मुख्य वक्ता योगाचार्य डॉ. अर्जुन श्रीवास्तव ने बताया कि जलनेति के अभ्यास से नासिक में जमी गंदगी और श्लेष्मा परत को साफ कर देती है। क्योंकि जलनेति के अभ्यास में गुनगुने जल का प्रयोग किया जाता है। जल गुनगुना होना चाहिए।

Abhishek Mishra
Published on: 13 Jun 2024 6:30 PM IST
Lucknow University: हठयोग कार्यशाला का हुआ आयोजन, वक्ता बोले- सर्दी और जुकाम में जलनेति योग मददगार
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Lucknow University: हठयोग से मस्तिष्क सहित श्वसन संस्थान की शुद्धि होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह योग की बहुत प्राचीन परंपरा है। जिसमें आसन, प्राणायाम, मुद्रा, षट्कर्म समाहित है। जलनेति के अभ्यास से नेत्र शक्ति बढ़ती है। इसके अभ्यास से एलर्जी दूर होती है। यह बातें इंडियन योग फेडरेशन के योगाचार्य डॉ. अर्जुन श्रीवास्तव ने कहीं। वह एलयू में आयोजित हठयोग कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे।

एलयू में हठयोग कार्यशाला आयोजित हुई

लखनऊ विश्वविद्यालय में दसवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को एलयू के योग संकाय और यूजीसी इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर योग साइंसेज की ओर से योग हॉल में हठयोग कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में इंडियन योग फेडरेशन के योगाचार्य डॉ. अर्जुन श्रीवास्तव मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने जलनेति का प्रदर्शन करके दिखाया। इसकी क्रियाविधि के साथ लाभ और सावधानियों के विषय में बताया।

गुनगुने जल से होता जलनेति का अभ्यास

मुख्य वक्ता योगाचार्य डॉ. अर्जुन श्रीवास्तव ने बताया कि जलनेति के अभ्यास से नासिक में जमी गंदगी और श्लेष्मा परत को साफ कर देती है। क्योंकि जलनेति के अभ्यास में गुनगुने जल का प्रयोग किया जाता है। जल गुनगुना होना चाहिए। एक चुटकी नमक का मिश्रण जल में कर देना चाहिए। जलनेति से नाक की गंदगी ढीली होकर निकल जाती है। जलनेति का अभ्यास सावधानी पूर्वक करना चाहिए। नहीं तो इसके दुष्परिणाम भी होते हैं। जलनेति प्रमुख रूप से ब्रोंकाइटिस, सर्दी, जुकाम, सिर दर्द में अत्यधिक उपयोगी है।

हठयोग के आसन, प्राणायाम के बारे में बताया

हठयोग कार्यशाला में इंडियन योग फेडरेशन की योगाचार्य भावना लोहानी ने हठ योग के आसन, प्राणायाम और मुद्रा पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किया। साथ ही हठ योग के सिद्धासन, भद्रासन, सुखासन आसनों का भी प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रो. अशोक कुमार सोनकर, डॉ. रामकिशोर, डॉ. रामनरेश, शोभित सिंह सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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