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Lucknow News: भाषा विश्वविद्यालय में हुई योग कार्यशाला, विद्यार्थियों ने किया योग अभ्यास
कार्यशाला में ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के छात्र और छात्राओं ने बढ-चढ कर हिस्सा लिया। विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने योग की प्रक्रिया और उचित सहज योग पद्धति के बारे में जाना। आयोजन समिति के सदस्य रंजन यादव और प्रमोद सिंह ने विद्यार्थियों को योग करने का उचित तरीका बताया।
Lucknow News: ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में सहज योग ध्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का विषय 'सहज योग आज का महायोग’ रखा गया था। यहां मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर नीरज शुक्ल रहे। विशिष्ट अतिथि के रुप में हिंदी विभाग प्रभारी डॉ. जहां आर जैदी रहीं। कार्यशाला समिति के सदस्यों के द्वारा सभी को योग का अभ्यास कराया गया।
विद्यार्थियों ने किया योग अभ्यास
भाषा विश्वविद्यालय के अटल सभागार में शुक्रवार को सहज योग ध्यान पर एक कार्यशाला हुई। ‘सहज योग आज का महायोग’ विषयक कार्यशाला में रंजन यादव ने विद्यार्थियों को सहज योग की उचित प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने सहज योग की सही पद्धति के बारे में सभी को अवगत कराया। इसके साथ प्रमोद सिंह ने सहज योग पद्धति का अभ्यास कराया। कार्यशाला में भाषा विश्वविद्यालय के कई अलग-अलग विभागों के विद्यार्थियों ने योग अभ्यास कर उचित योग प्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की।
तनाव मुक्त करने में योग मददगार
सहज योग अभ्यास पर हुई कार्यशाला में ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के छात्र और छात्राओं ने बढ-चढ कर हिस्सा लिया। विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने योग की प्रक्रिया और उचित सहज योग पद्धति के बारे में जाना। आयोजन समिति के सदस्य रंजन यादव और प्रमोद सिंह ने विद्यार्थियों को योग करने का उचित तरीका बताया। प्रतिभाग कर रहे विद्यार्थियों ने कार्यशाला में सहज योग के जरिए जीवन को सरल और तनाव से मुक्त बनाने का ज्ञान अर्जित किया।
कुलपति के निर्देशन में हुई कार्यशाला
कार्यशाला में विश्वविद्यालय के विभन्न विभागों के आचार्य, सह आचार्य और सहायक आचार्य मौजूद रहे। यहां सहज योग परिवार के विमल सिन्हा, विनोद रावत, चेतन अरोड़ा, योगेश द्विवेदी, देवेंद्र रावत, श्रेयांश निगम, अंकिता राणा व अन्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेंद्र बहादुर सिंह के निर्देशन में हुआ। हिंदी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. आराधना अस्थाना ने कार्यशाला का संचालन किया।