Lucknow Crime: युवक की हत्या मामले में थानेदार नपे, दो दरोगा और एक सिपाही भी हो चुके हैं सस्पेंड

Lucknow Crime: परिजनों ने शुरुआत में ही पुलिस पर लापरवाही करने और शिकायत न लेने के आरोप लगाए थे। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।

Santosh Tiwari
Published on: 24 July 2024 9:11 AM GMT (Updated on: 24 July 2024 12:22 PM GMT)
Lucknow Crime: युवक की हत्या मामले में थानेदार नपे, दो दरोगा और एक सिपाही भी हो चुके हैं सस्पेंड
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युवक की हत्या मामले में थानेदार नपे  (photo: social media )

Lucknow Crime: बंथरा थाना क्षेत्र में बीते रविवार हुई युवक ऋतिक पांडेय (20) पुत्र इंद्रकुमार पांडेय की पीट- पीटकर हत्या के मामले में बुधवार को पुलिस कमिश्नर ने बंथरा एसएचओ हेमंत कुमार राघव को सस्पेंड कर दिया। इसके पहले घटना में लापरवाही बरतने पर दो दरोगा सुशील यादव और सुभाष चंद्र यादव समेत एक सिपाही यतींद्र को भी सस्पेंड किया जा चुका है। परिजनों ने शुरुआत में ही पुलिस पर लापरवाही करने और शिकायत न लेने के आरोप लगाए थे। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।

यह था मामला

रविवार रात बंथरा के कुछ घरों में लाइट नहीं आ रही थी उसे ठीक करवाने के लिए आसपास के लोग ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर के पास ही कुछ घरों में लाइट आ रही थी इस पर उक्त घरों के लोगों ने बिजली ठीक करने का विरोध किया। इस दौरान मृतक ऋतिक पांडेय भी वहां मौजूद था और उसकी आरोपियों से मामूली बहस हुई थी। बहस के बाद सब सामान्य हो गया था और सभी लोग वहाँ से अपने घर लौट गए। मृतक के पिता इंद्रकुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि रात करीब 10 :30 बजे अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह अपने कई साथियों को लेकर लाठी-डंडों व असलहों के साथ घर में घुस गए। आरोपियों ने नौकर मैकू रावत, बेटे अभिषेक उर्फ़ रमन और ऋतिक को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। अंदरूनी चोटें ज़्यादा गंभीर होने के कारण रात में अचानक ऋतिक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे की इसी बीच ऋतिक की मौत हो गई। सोमवार को साउथ जोन के अधिकारियों के निर्देश पर उक्त पांचों नामजद आरोपियों सहित 10 अज्ञात पर ह्त्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।

शिकायत लेने की जगह रील देख रहे थे पुलिसवाले

परिजनों ने कहा कि ऋतिक और हमारा पूरा परिवार घर में था। इसी बीच उक्त आरोपी घर में घुस आए और जमकर मारपीट की। इस बात की शिकायत करने जब हम लोग थाने पहुंचे तो वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों ने शिकायत ही नहीं ली। वह हंसी मजाक करते हुए मोबाइल पर रील देखने में लगे रहे और सुबह आने की बात कहकर सबको वहाँ से भगा दिया। इधर रात में इलाज कराने के लिए ले जाते वक्त ही बेटे रोहित ने दम तोड़ दिया।

आरोपियों के संपर्क में थे थाने के पुलिसकर्मी

जानकारी के अनुसार जब ऋतिक की मौत हो गई तो इस बात की सूचना पुलिसवालों ने ही आरोपियों को दी थी। इसके बाद सभी आरोपी कार्रवाई से बचते हुए बड़े आराम से मौके से फरार हो गए। अब पुलिस आरोपियों को ढूंढने के लिए उनकी रिश्तेदारी से लेकर छिपने के अन्य ठिकानों की खाक छान रही है। घटना को आज तीसरा दिन है इसके बावजूद पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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