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Lucknow Crime: KGMU में इलाज न कराकर निजी अस्पताल गया मरीज, इलाज के दौरान मौत, किडनी निकालने का आरोप
Lucknow Crime: मृतक सतीश पूरनपुर पिपरगांव भरावन का रहने वाला था और वह अपने भाई रजनीश के साथ 8 सितंबर को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आया था।
Lucknow Crime: राजधानी लखनऊ में निजी अस्पतालों की लापरवाही और लूट-खसोट मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला सोमवार को ठाकुरगंज थानाक्षेत्र से सामने आया है। यहां एसियन अस्पताल में फोड़े का इलाज कराने गए मरीज सतीश कुमार (40) की इलाज के दौरान मौत हो गई। जब चिकित्सकों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने परिजनों से कहा कि उसकी एक किडनी खराब थी। जबकि मौत से पहले हुई जांचों में चिकित्सकों ने एक भी बार किडनी खराब होने की बात नहीं कही थी। फ़िलहाल अस्पताल पर किडनी निकालने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने ठाकुरगंज थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, मृतक सतीश पूरनपुर पिपरगांव भरावन का रहने वाला था और वह अपने भाई रजनीश के साथ 8 सितंबर को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आया था। पेट में फोड़ा होने की वजह से उसे तकलीफ हो रही थी। मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों ने उससे पाइप के माध्यम से इलाज करने की बात कही। हालाँकि मरीज ने मेडिकल कॉलेज में किसी कारणवश इलाज कराने से मना कर दिया और निजी अस्पताल में इलाज कराने की बात कही। पीड़ित 8 सितंबर को ओम साईं अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा। यहां चिकित्सकों ने बड़ा ऑपरेशन किए जाने की बात कहते हुए ठाकुरगंज स्थित एसियन अस्पताल भेज दिया। एसियन अस्पताल में उससे कहा गया कि दूरबीन द्वारा ऑपरेशन कर के इन्फेक्शन और फोड़े को साफ़ कर निकाल दिया जाएगा। इसके बाद चिकित्सकों ने उसे बातों में लेकर भर्ती कर लिया।
बिना बताए कर दिया ऑपरेशन
परिजनों का आरोप है कि एसियन अस्पताल में चिकित्सकों ने दूरबीन के माध्यम से ऑपरेशन करने की बात कही थी। इसके बाद ही वह इलाज के लिए राजी हुए। हालाँकि वहाँ मौजूद चिकित्सकों ने बिना बताए सतीश के पेट में बड़ा चीरा लगाकर उसके घाव को ऑपरेट कर दिया। ऑपरेशन के बाद परिजनों से ब्लड लाने की बात कही गई। परिवार ने किसी तरह ब्लड का इंतज़ाम किया। हालाँकि जब ब्लड लेकर मृतक का भाई अस्पताल पहुंचा तो वहाँ मौजूद स्टाफ ने कहा कि सतीश की किडनी खराब थी इस वजह से उनकी मौत हो गई है।
किडनी निकालने का आरोप
मृतक की किडनी खराब होने की बात उसके परिजनों के गले नहीं उतरी। उन्होंने अस्पताल स्टाफ से कहा कि यदि एक किडनी खराब थी तो दूसरी पर भी व्यक्ति जीवित रह सकता है। इस पर स्टाफ ने पहले एक किडनी और बाद में दोनों किडनी खराब होने की बात कह दी। इसी बात से परिजन नाराज हो गए। उन्होंने अस्पताल पर लापरवाही का आरोपी लगाते हुए हंगामा भी किया। इसके बाद परिजनों की ओर से ठाकुरगंज थाने में तहरीर दी गई है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।