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CSJMU की लापरवाहीः 255 छात्रों का भविष्य अंधकार में, भटक रहे हैं जहां तहां
छत्रपति शाहू जी महाराज कानपुर यूनिवर्सिटी ने इटावा के केके महाविद्यालय के छात्रों के भविष्य पर लगाया ग्रहण
CSJMU ने चौपट किया छात्रों का भविष्यः इटावा में केके महाविद्यालय (kk mahavidyalaya) के 255 छात्र छात्राओं के भविष्य पर छत्रपति शाहू जी महाराज कानपुर यूनिवर्सिटी (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj Kanpur University) ने तलवार लटका दी है। 255 में से 38 छात्रों के परीक्षा परिणाम (Exam Results) घोषित भी किए गए थे जिससे छात्रों के मन मे एक उम्मीद जागी थी। लेकिन जैसे ही कॉलेज प्रशासन ने यूनिवर्सिटी प्रसाशन से 217 बचे हुए छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए कहा तो यूनिवर्सिटी प्रसाशन ने 38 छात्रों का भी परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया गया। वर्तमान में परेशान छात्र अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
CSJMU की लापरवाहीः ये था मामला
16 सितंबर 2021 को बीएससी केमिस्ट्री तृतीय व बीए तृतीय का परीक्षा हुआ था। उसी दिन चार अन्य कॉलेजों के एलएलबी के छात्र भी कॉलेज में परीक्षा देने आए थे। उन्हीं छात्रों के पास परीक्षा के दौरान नकल सामग्री मिली थी वह नकल करते हुए पकड़े गए थे। जिसके बाद कॉलेज प्रसाशन ने उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए सीसीटीवी फुटेज सहित मामला यूनिवर्सिटी को सौंप दिया था। लेकिन यूनिवर्सिटी की बड़ी लापरवाही के चलते अब 255 छात्रों का भविष्य अंधकार में आकर खड़ा हो गया है।
CSJMU की लापरवाहीः जिलाधिकारी से भी नहीं मिली राहत की बात
छात्र अर्पिता दीक्षित व अमित वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि कॉलेज प्रशासन यूनिवर्सिटी से बात करता है तो कोई भी संतोषजनक बात नही बोलता, जिसके बाद हम सभी आज से लेकर कई दिनों से डीएम और अन्य अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। आज जिलाधिकारी श्रुति सिंह से मिलने आये हैं लेकिन उनके द्वारा कहा गया कि इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते, सिर्फ यूनिवर्सिटी को लिख सकते हैं बाकी मेरे हाथ में आपके यूनिवर्सिटी से सम्बंधित कुछ नहीं है।
CSJMU की लापरवाहीः नकलचियों का परिणाम हुआ घोंषित
छात्र पवन दुबे, आकांक्षा पाल ने बताया है कि जो हम सभी छात्र कॉलेज के रेगुलर छात्र है और मेहनत से परीक्षा दिए लेकिन जो बाहरी छात्र है और नकल करते हए पकड़े गए थे उन सभी का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है। लेकिन हम सभी छात्रों का रिजल्ट रोक दिया गया है। वही 38 छात्रों का परिणाम नेट पर घोंषित किया गया था। उन छात्रों ने दूसरे कॉलेजों में एडमिशन फीस जमा कर दी है। लेकिन अब उन 38 छात्रों का रिजल्ट नेट पर अब अमान्य घोंषित कर दिया गया है। जिससे कि हमारी फीस भी दूसरे कॉलेजों में फंस गई है।