Etawah News: जिंदगी से निजी अस्पताल कर रहे खिलवाड़, गलत ऑपरेशन करने से महिला की हुई मौत

Etawah News: न्यू मैक्स हास्पिटल में महिला की गलत आपरेशन से मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल के बहार जमकर हंगामा काटा। देर रात तक अस्पताल के बहार हंगामा चलता रहा और अस्पताल संचालक परिजनों को समझाते बुझाते रहे। परिजनों का दावा है कि गलत ऑपरेशन से महिला की मौत हुई है।

Uvaish Choudhari
Report Uvaish ChoudhariPublished By Deepak Kumar
Published on: 4 Nov 2021 6:47 AM GMT
Etawah News: जिंदगी से निजी अस्पताल कर रहे खिलवाड़, गलत ऑपरेशन करने से महिला की हुई मौत
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Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के आईटीआई कॉलेज स्तिथ न्यू मैक्स हास्पिटल में महिला की गलत आपरेशन से मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल के बहार जमकर हंगामा काटा। देर रात तक अस्पताल के बहार हंगामा चलता रहा और अस्पताल संचालक परिजनों को समझाते बुझाते रहे। परिजनों का दावा है कि गलत ऑपरेशन से महिला की मौत हुई है।

परिजनों का आरोप है कि महिला का न्यू मैस्क हास्पिटल में डॉक्टरों ने ग़लत आपरेशन कर दिया जिससे उसकी पेट की आतें बाहर निकल आयीं जब हालात बिगड़ गए तो महिला के परिजनों को गुमराह करके आगरा के एक अस्पताल को अपना अस्पताल बता एम्बुलेंस से भेज दिया, जब आगरा के डॉक्टरो ने महिला को देखा तो बताया कि इस महिला का ऑपरेशन तो गलत हुआ है।

इसके के बाद मैस्क अस्पताल के डॉक्टरो ने एम्बुलेंस चालक से बोला कि महिला के शव को घर पर छोड़ कर चले आना लेकिन परिजन शव को लेकर मैस्क अस्पताल आये जहां डॉक्टर ने दबंग किस्म के गुंडे बुलाबा कर महिला के परिजनों को डराना धमकाना शुरू कर दिया लेकिन जब पुलिस आयी तो अस्पताल कर्मी मौके से फरार हो गए।

अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा

देर रात तक अस्पताल के बाहर परिजन शव रखे बैठे रहे पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उनको समझा बुझाकर मामला शांत करवाया। वहीं इस मामले में अस्पताल संचालक ने किसी भी तरह की लापरवाही का मामला होने से इनकार करते हुए बताया की महिला ने किसी अन्य हॉस्पिटल में सफाई करवाई थी। लेकिन उसकी आंत कट गई थी, सीरियस हालात में महिला को यहां लाया गया था। परिजनों की सहमति से ऑपरेशन किया गया था।

इटावा जनपद में निजी अस्पतालों में ऐसे मामले सामने आना अब आम बात हो चुकी है। जनपद में ज्यादातर संचालित हॉस्पिटल बिना मानक के धड़ल्ले से मरीजों को चीर फाड़ रहे हैं। आपको बता दें ज्यादातर अस्पतालों में डॉक्टर की जगह एएनएम, जीएनएम स्टाफ के भरोसे ही इलाज किए जाने की बात सामने आई है। झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानें शहर में धड़ल्ले से चल रही है। लेकिन इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की जाती है तो उनके कानों में जू तक नही रेंगती।

Deepak Kumar

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