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Fatehpur News: जिले में कई जगहों पर चला पुलिस-प्रशासन का डंडा, डीएम ने तीन लेखपालों को किया निलंबित
जिलें में आज प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त और चौकस दिखी जहां एक ओर भैंस चुरा कर ले जा रहे चोरों को पुलिस ने धर दबोचा वहीं डीएम...
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में भैंस चोरी की घटना पर पुलिस लगाम लगाने में फेल नजर आ रही तभी तो खुद भैंस मालिक को चोरों को पकड़ने के लिए निकालना पड़ा। यह मामला जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के बिलन्दा गांव का है जंहा दिन दहाड़े भैस चोर दो भैसों को घर के बाहर से खोलकर चोरी कर ले जा रहे थे। जिसकी जानकारी भैंस मालिक को हुई तो खुद अपने लोगों को लेकर भैंस चोर को पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर पुलिस को सूचना दिया।
पुलिस ने भैंस चोर को पकड़कर थाना ले गई
जंहा पहुंची पुलिस ने भैंस चोर को पकड़कर थाना ले गई और भैंस मालिक ओम नारायण की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्यवाही की है। वहीं भैस मालिक ओम नारायण ने बताया कि घर के बाहर से भैंस चोरी कर ले जाने की जानकारी पर अपने लोगो के साथ भैंस चोर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं हस्वा चौकी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि बिलन्दा कस्बे के रहने वाले किसान ओम नारायण के घर के बाहर से दो भैंस चोरी कर लोडर से चोर ले जा रहे थे।
जिसको ग्रामीणों की मदद से पकड़कर दोनों भैंस को बरामद करते हुए भैस चोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्यवाही की गई हैं। पकड़ा गया शातिर भैंस चोर फिरोज पुत्र इस्लाम निवासी सिमौर रोड महमूद नगर गाजीपुर थाना क्षेत्र के रहना वाले है। जिसके खिलाफ पहले भी कई भैंस चोरी का मुकदमा थानों में दर्ज है। यह लोग लोडर लेकर पहले क्षेत्र में मवेशियों को चोरी करने के लिए रैकी करते और मौका देखकर भैंस चोरी की घटना को अंजाम देकर गाड़ी में लादकर निकल जाते हैं। यह तो कहे कि भैस चोरी की जानकारी समय रहते हो जाने से भैंस चोर सहित मवेशी बरामद कर लिया गया।
मोरंग भंडारण की गलत जांच करने पर डीएम की बड़ी कार्रवाई
यूपी के फतेहपुर जिले में डंप पड़े मोरम की गलत नापजोख करने के मामले में डीएम अपूर्वा दुबे ने बड़ी कार्यवाही करते हुए जिले के तीन तहसीलों में तैनात तीन लेखपालों को निलंबित करते हुए तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों को नोटिस जारी की है। डीएम की इस कार्यवाही से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आपको बता दें की जिले के तीन तहसीलों में तैनात लेखपालों ने आवश्कता से अधिक मोरम डम्प किये जाने की रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी थी , जिसकी जांच प्रयागराज से आई टीम द्वार की गई थी।
जहाँ मोरम कम पाया गया और जिसके बाद जिला प्रशासन को गुमराह करने वाले तीनो लेखपालों के खिलाफ डीएम द्वारा निलंबन की कार्यवाही करते हुए तहसीलदार सहित पांच के खिलाफ नोटिस जारी की है साथ ही आवशकता से अधिक भंडारण पाए जाने पर दो मोरंग भण्डारण का लाइसेंस निरस्त किया गया है। जिले के तीन तहसीलों में तैनात लेखपालों ने सीमा से अधिक मोरम डंप की सुचना जिला प्रशासन को दी थी , जिसके बाद लेखपालों की रिपोर्ट के आधार पर खनिज विभाग ने कई खनन माफियाओं के खिलाफ 13 करोड़ 9 लाख का जुर्माना लगाया था और जुर्माना जमा न करने के कारण इन डंप धारकों के खिलाफ आरसी भी जारी हो गई थी।
आवशकता से अधिक भंडारण किए जाने पर दो मोरंग भण्डारण का लाइसेंस रद्द कर दिया गया
वहीं जिला प्रशासन की कार्यवाही को चुनौती देते हुए मोरंग डंप करने वालों ने इस बात की शिकायत शासन से की थी, जिसके बाद प्रयागराज से आई टीम ने मौके का सत्यापन कर इस बात की रिपोर्ट शासन को सौंपी थी, जिसके बाद डीएम ने कार्यवाही करते हुए तीन लेखपालों को निलंबित करते हुए तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण माँगा है। साथ ही आवशकता से अधिक भंडारण पाए जाने पर दो मोरंग भण्डारण का लाइसेंस निरस्त किया गया है।
वहीं इस मामले में डीएम फतेहपुर अपूर्वा दुबे ने बताया की जिले में दो भंडारण स्थल पर आवश्कता पाए जाने पर दो भण्डारण स्थल का लाइसेंस निरस्त किया गया है, और साथ ही तीन लेखपालों के खिलाफ रिपोर्ट गलत देने पर निलंबन की कार्यवाही की गई है। साथ ही तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी कर स्पस्टीकरण माँगा गया है। अपूर्वा दुबे (डीएम फतेहपुर)ने बताया की जिले में दो भंडारण स्थल पर आवश्कता पाए जाने पर दो भण्डारण स्थल का लाइसेंस निरस्त किया गया है और साथ ही तीन लेखपालों के खिलाफ रिपोर्ट गलत देने पर निलंबन की कार्यवाही की गई है साथ ही तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी कर स्पस्टीकरण माँगा गया है।