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Fatehpur News: गौशाला की सुस्त निर्माण कार्य को देखकर भड़कीं जिलाधिकारी, दी कड़ी चेतावनी

पांच सौ गोवंश की क्षमता के निर्माण हो रहे गौशाला का जिला अधिकारी अपूर्वा दुबे ने अचानक निरीक्षण करने पहुंच गईं।

Ramchandra Saini
Published on: 20 Aug 2021 6:57 PM IST (Updated on: 20 Aug 2021 6:59 PM IST)
District Magistrate Apoorva Dubey
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निर्माणाधीन गौशाला का निरीक्षण करतीं जिला अधिकारी अपूर्वा दुबे

Fatehpur News: फतेहपुर जिले के जहानाबाद विकासखंड अमौली के ग्राम बुढ़वा के समीप 24 बीघे जमीन पर पांच सौ गोवंश की क्षमता के निर्माण हो रहे गौशाला का जिला अधिकारी अपूर्वा दुबे ने अचानक निरीक्षण करने पहुंच गईं।। मौके पर कार्यदाई संस्था यूपी स्माल इंडस्ट्री कानपुर के किसी कर्मचारी के न मिलने पर कड़ी नाराजगी जताई तथा एसडीएम एवं स्टोनो से कहा कि कार्यदाई संस्था के कर्मचारियों को निरीक्षण की सूचना पहले से क्यों नहीं दी गई। डीएम ने पाया कि गौशाला के फर्स की ढाल आउट दिशा की ओर बनाए जाने से एसडीएम को सुधार कराने तथा उसे सही दिशा की ओर मानक के अनुसार बनाए जाने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान स्थानीय किसानों की शिकायत पर डीएम ने बुढ़वा से मकंदीपुर एवं बबई से मठपारा होते हुए नोन नदी को जाने वाले जाम पड़े दो बड़े नालों को खुलवाने के लिए एसडीएम विजय शंकर तिवारी को निर्देशित किया। इस मौके पर परमार्थ ट्रस्ट समिति बुढ़वा के संयोजक विमलेश त्रिवेदी, ग्राम प्रधान सरोज कुमार ने मांग किया कि गांव में 10 से 12 बीघे के तीन तालाब कूड़ा करकट से पटे हैं।


शिकायत पर डीएम ने एसडीएम को खंड विकास अधिकारी अमौली से बात कर मनरेगा से खुदाई कराने के निर्देश दिए। इसके पूर्व जिला अधिकारी अपूर्वा दुबे ने 50 लाख रुपए की लागत से गौरीपुर गांव में निर्मित बीज शोधन केंद्र का निरीक्षण किया। इसमें शोधन मशीनें न लगने पर नावार्ड के डिप्टी डायरेक्टर राममिलन परिहार को कड़ी फटकार लगाई तथा कहा कि अब तक मशीनें लग जानी चाहिए जिससे किसानों को बीज उपलब्ध होने लगता।

बता दें कि गौशालाओं में व्याप्त धांधली के चलते योगी सरकार की जमकर फजीहत हो रही है। छुट्टा जानवरों से किसानों को फसल बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में गौशालएं केवल नाम की रह गई हैं। गौशाला के नाम पर धन तो आता है लकिन इसका इतना हिस्सा बट चुका है कि यहां जानवरों को अगर रख भी लिया जाए तो उसके चारे की व्यवस्था भी नहीं हो पाएगी।



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Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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