Kanpur Crime News: कानपुर के तिहरे हत्याकांड का हुआ खुलासा, पुराने दोस्त ने घटना को दिया था अंजाम

थाना फजलगंज क्षेत्र में 2 अक्टूबर को एक ही परिवार के तीन लोग घर के अंदर मृत पाए गए थे। इसको किसी अजनबी ने या दुश्मन ने नहीं बल्कि पुराने दोस्त ने अंजाम दिया था। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर हत्याकांड का खुलासा करते हुए दोनों हत्यारों को दबोच लिया है।

Avanish Kumar
Report Avanish KumarPublished By Deepak Kumar
Published on: 5 Oct 2021 3:36 AM GMT
Amethi Crime News
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रिटायर्ड फौजी की हत्या (डिजाइन फोटो- न्यूज ट्रैक) 

kanpur: फजलगंज थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर का खुलासा हो गया है। इसको किसी अजनबी ने या दुश्मन ने नहीं बल्कि पुराने दोस्त ने अंजाम दिया था। काम की तलाश में आये युवक ने साथी के साथ मिलकर पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया और घर में लूटपाट करके फरार हो गये थे। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर हत्याकांड का खुलासा करते हुए दोनों हत्यारों को दबोच लिया है। अभियुक्तों से पूछताछ जारी है।

यह था पूरा मामला

थाना फजलगंज क्षेत्र में दो अक्टूबर को एक ही परिवार के तीन लोग घर के अंदर मृत पाए गए थे। फजलगंज सिटी बस डिपो के सामने उंचवा मोहल्ले में रहने वाले प्रेम किशोर (45) घर पर ही परचून की दुकान चलाते थे। शनिवार सुबह दूध वाला आया काफी देर तक आवाज दी लेकिन भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। मामला संदिग्ध लगने पर पड़ोस में रहने वाले भाई राज किशोर मौके पर आए और ताला तोड़कर भीतर गए तो दंग रह गए। अंदर प्रेम किशोर और उनकी पत्नी गीता (40) के साथ ही 12 साल के नैतिक का शव पड़ा था। तीनों के हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे। भाई ने इसकी सूचना फजलगंज थाने को दे दी।


सूचना पर पुलिस व फोरेंसिक टीम ने मौके पर साक्ष्य जुटाये। हत्या की वजह जानने के लिए पुलिस जांच कर रही थी। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज व अन्य लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस ने फोरेंसिक टीम द्वारा वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

दोस्त ने किया विश्वासघात

पकड़े गये अभियुक्तों की पहचान बकेवर, इटावा निवासी गौरव शुक्ला उर्फ शिवम और उसके महेवा, इटावा में रहने वाले दोस्त हिमांशू चौहान के रूप में हुई। गौरव ने पूछताछ में बताया कि प्रेम किशोर के साथ वह गुड़गांव की एक फैक्ट्री में कई साल पहले काम करता था। वह अक्सर घर आया जाया करता था। कुछ दिन से गौरव की माली हालत ठीक नहीं थी। इससे वह अपने दोस्त हिमांशू के साथ मंधना में किराए का कमरा लेकर रहता था। दोनों दिल्ली जाने के लिए प्रेमकिशोर के घर आए थे कि यहां से स्टेशन नजदीक पड़ता है। गौरव ने बताया कि दिल्ली जाने के लिए घर में ही मोबाइल पर ट्रेन चेक की तो वह छूट चुकी थी। इसके बाद दोनों ने रात का खाना वहीं खाया सो गये। इस दौरान दोनों ने लूटपाट की योजना बना डाली।

पहले प्रेमकिशोर की हुई हत्या

रात में जब सब खाना खाकर सो गये। प्रेमकिशोर व बेटा नैतिक साथ में और गौरव व हिमांशू वहीं पास में सो गये। रात को गौरव व हिमांशू ने प्रेमकिशोर के पैर चारपाई से बांध दिये और राड से सिर पर हमला कर दिया। इस पर नैतिक जाग गया और मां गीता के पास चीखते हुए भागा। जब गीता चीख सुनकर पहुंची तो उसके सिर पर भी राड से हमला कर दिया। इसके बाद नैतिक को भी राड से मारा। तीनों के हाथ पैर रस्सी से बांध दिये। इसके बाद उनके चेहरों को पालीथिन से कस दिये ताकि दमघुटने से मर जाएं। इसके बाद घर से करीब पांच हजार रुपये और बाइक लेकर भाग निकले।


नोएडा भाग गया हिमांशू और झींझक गया गौरव

वारदात के बाद हिमांशू कुछ पैसे लेकर नोएडा भाग गया और गौरव अपने कानपुर देहात के झीझक निवासी दोस्त के यहां चला गया। दोनों को गिरफ्तार करके पुलिस पूछताछ कर रही है।

ऐसे खुला मामला

जब पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की तो पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति से गौरव के आने के बारे में जानकारी हुई। जिसने इन्हें घर आते हुए देखा था, पुलिस ने अपना नेटवर्क दौड़ाया और तिहरे हत्याकांड की परत दर परत खुलती हुई चली गई। पुलिस ने गौरव को झींझक और हिमांशू को आज नोएडा से गिरफ्तार किया है।

यह मिले साक्ष्य

वारदात के दौरान गौरव ने प्रेमकिशोर का गला रेतने का भी प्रयास किया था, इससे उसके हाथों में चाकू के कट भी लग गये थे। इसके अलावा पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को बेंजाडीन टेस्ट करावाया जिससे इनके कपड़ों और जूतों में खून के निशान लगे हुए मिले। दोनों ने खून के धब्बे साफ करने का खूब प्रयास किया लेकिन वह टेस्ट में पकड़ आ गये। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है।

अग्रिम कार्रवाई

अभियुक्तों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जाएगी। अभियुक्तों से लूटी गई रकम, लूटी गई मोटरसाइकिल की भी बरामदगी कराई जाएगी। इस हत्याकांड के पीछे कोई और साजिश तो नहीं है इसकी भी पड़ताल की जाएगी। इसके साथ ही फोरेंसिक टेस्ट से जो साक्ष्य मिले हैं इसका भी मिलान कराया जाएगा।

टीम को मिलेगा इनाम

48 घंटे के अंदर तिहरे हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस आयुक्त द्वारा प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इसमें अपर पुलिस आयुक्त ला एंड आडर, डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल, डीसीपी साउथ रवीना त्यागी, डीसीपी मुख्यालय संजीव त्यागी, एसीपी नजीराबाद, एसआई मो.आसिफ, एसआई सुनीत शर्मा, एसआई विजयदर्शन शर्मा को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

Deepak Kumar

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