Kanpur Dehat News: 105 करोड़ भ्रष्टाचार की भेंट, बनते ही टूट गई कैनाल

Kanpur Dehat News: पानी की समस्याओं (kanpur dehat me pani ki samasya) को दूर करने के लिए बनी राजीव गांधी कैनाल पंप परियोजना (Rajiv Gandhi Canal Pump Project) का है जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिख रही है।

Manoj Singh
Report Manoj SinghPublished By Shweta
Published on: 26 Oct 2021 9:38 AM GMT
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कॉन्सेप्ट फोटो 

Kanpur Dehat News: सरकार योजनाओं (sarkari yojna) को भ्रष्टाचार मुक्त करने और गुणवत्ता पूर्वक कार्य संपन्न कराने के लिए हर संभव का कवायद कर रही है। साथ ही जिम्मेदारों को समय-समय पर कड़ी चेतावनी भी दे रही है। इतना ही नहीं विकास कार्यों की समीक्षा कर लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। बावजूद इसके ना तो सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार रुक रहा है और ना ही योजनाएं गुणवत्तापूर्ण संपन्न हो रही हैं। कुछ ऐसा ही हाल केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना कानपुर देहात के बीहड़ के इलाके अमराहट में पानी की समस्याओं (kanpur dehat me pani ki samasya) को दूर करने के लिए बनी राजीव गांधी कैनाल पंप परियोजना (Rajiv Gandhi Canal Pump Project) का है जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिख रही है। अभी इस कैनाल परियोजना (canal project) का काम पूरा भी नहीं हुआ है लेकिन नहर अभी से टूटने लग गई हैं। मजदूर जहां इसमें अनिमितता किए जाने की बात कह रहे हैं। वही जिले के जिम्मेदार मामले की जांच करा कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।

दरअसल बीहड़ और बुंदेलखंड के इलाकों में हो रही पानी की समस्याओं को लेकर केंद्र सरकार ने राजीव गांधी अमराहट कैनाल पंप परियोजना नाम से एक महत्वकांक्षी परियोजना की शुरुआत करते हुए बीहड़ के इलाकों में नहरों के निर्माण का कार्य शुरू करा दिया था। इसी के चलते जनपद कानपुर देहात के सिकंदरा तहसील क्षेत्र के अमराहट में राजीव गांधी अमराहट कैनाल पंप परियोजना (Rajiv Gandhi Amrahat Canal Pump yojana) की शुरुआत करते हुए नहरों का निर्माण कार्य शुरू हुआ। जिसके पहले फेज का कार्य समाप्त हो चुका है। वहीं दूसरे फेज का कार्य जारी है। करीब 105 करोड़ की लागत की इस परियोजना में जिम्मेदारों को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने और समय पर कार्य को पूरा करने के निर्देश शासन द्वारा समय-समय पर दिए जाते रहे हैं। वही जिले के आलाधिकारियों को परियोजना के कार्यों का औचक निरीक्षण कर गुणवत्ता की परख और जांच करने के निर्देश भी दिए गए हैं।


नहर का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है लेकिन नहर का जितना निर्माण हो चुका है वह अभी से ही टूटने लगा है। कई जगह गड्ढे दिखाई देने लगे हैं। वहां कार्य करने वाले मजदूरों की माने तो निर्माण कार्य कराने वाली संस्था ने नहर के निर्माण के समय मानक को ध्यान में नहीं रखा है। जिस मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। वह इसके लिए उपयोगी नहीं है। साथ ही अन्य मानकों का भी ध्यान नहीं रखा गया है। जिसकी वजह से यह नहर टूट रही है। वही जिले के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच कराकर कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कह रहे हैं।

परियोजना का ठेका रजत इंफ्रा नाम से कंपनी को मिला था और वही इस परियोजना में निर्माण कार्य करा रही है लेकिन इस कंपनी के अंडर में काम कर रहे हैं कर्मचारियों की माने तो उनका साफ कहना है कि इस निर्माण कार्य में प्रयोग की जा रही मिट्टी की गुणवत्ता खराब है जिसके चलते निर्माण में यूज की गई इस मिट्टी से निर्माण कार्य खराब हो रहा है और मजदूरों की माने या कर्मचारियों की तो उनके 10 साल के अनुभव में इस तरीके का निर्माण उन्होंने कभी नहीं देखा, जब हमने इस बाबत जनपद कानपुर देहात में रह रहे उत्तर प्रदेश राज्य मंत्री अजीत पाल से बात की तो उन्होंने ज्यादा कुछ ना कहते हुए इस घटिया निर्माण और परियोजना के साथ हो रही ठेकेदारों की लापरवाही की बात पर बस इतना ही कहा कि बहुत जल्द इसको सही करा दिया जाएगा। कार्यवाही की बात करने पर उन्होंने कोई संतुष्टि भरा जवाब तो नहीं दिया लेकिन निर्माण कार्य के सही कराने की बात जरूर कही।

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