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Kanpur News: कानपुर में मिला जीका वायरस का पहला मरीज, संपर्क में आए 22 लोग
कानपुर में एयरफोर्स कर्मी में जीका वायरस के पहले मरीज की पुष्टि हुई। इस कर्मी के संपर्क में आए 22 लोगों की जांच कराने के लिए नमूने लखनऊ में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजे गए हैं।
Kanpur: उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का पहला मरीज कानपुर में मिला है। इसकी पुष्टि परदेवनपुरवा निवासी एयरफोर्स कर्मी की जांच में हुई है। इससे शहर का प्रशासनिक व स्वास्थ्य महकमा हलतल मच गई। अफसर वायुसेना के सेवन एयरफोर्स अस्पताल पहुंचे और कर्मी से बात की। वायरस की पुष्टि होने के बाद अब यह माना जा रहा है कि पिछले दिनों शहर में बुखार से हुई मौतों का कारण जीका वायरस हो सकता है। कानपुर में जीका वायरस की जांच भी नहीं हो पाती है। इसलिए एयरफोर्स कर्मी के संपर्क में आए 22 लोगों की जांच कराने के लिए नमूने लखनऊ में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजे गए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, करीब एक सप्ताह पहले मास्टर वारंट आफीसर बीमार हुए थे। उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कई और समस्याएं भी थीं। एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती करके ब्लड का नमूना जांच के लिए पुणे भेजा गया था। वहां से रिपोर्ट आई तो अधिकारियों के होश उड़ गए। एयरफोर्स कर्मी में जीका वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई।
अधिकारियों ने लखनऊ व दिल्ली के अफसरों को बताया। मरीज अब भी आइसीयू में भर्ती है। सेवन एयरफोर्स अस्पताल से निकलने के बाद अधिकारियों की सर्किट हाउस में बैठक हुई। इसमें आगे की रणनीति बनाई गई कि कैसे इसे फैलने से रोका जाएगा। एयरफोर्स कर्मी के बाहर जाने, संक्रमित होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
वहीं, जीका संक्रमित रोगी मिलने की खबर पर स्वास्थ्य विभाग में सनसनी फैल गई। उनके साथ काम करने वाले और पोरखपुर में उनके संपर्क में आने वाले 22 लोगों की सैंपलिंग की गई। सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे जाएंगे।
डीएम ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों संग की बैठक
जिलाधिकारी विशाख जी ने एयरफोर्स अस्पताल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, उर्सला, डफरिन, कांशीराम अस्पताल के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बैठक बुलाई। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज से संबंधित स्थानों का निरीक्षण किया और रोग से बचाव के कदम उठाए गए।
नगर निगम की टीम से फॉगिंग और मच्छर मारने की दवा का छिड़काव करने के लिए कहा गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि मरीज में जीका की पुष्टि हुई है। यह यूपी का पहला मामला है। रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं। इसका वायरस कोरोना की तरह नहीं फैलता? यह डेंगू की तरह वेक्टर बोर्न है।
जानिए क्या है जीका वायरस
जीका विषाणु फ्लाविविरिडए विषाणु परिवार से है। यह एक प्रकार का बुखार है। इसके लक्षण डेंगू की तरह ही होते हैं। इसमें बुखार, लाल आंखें, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द, लाल चकत्ते आदि की स्थिति बन जाती है। यह काफी खतरनाक वायरस है। अफ्रीकी देशों में यह वायरस सक्रिय रहता है। इसके अलावा भारत के दक्षिणी राज्यों में भी इसके मामले निकले हैं।