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Kanpur Violence: जानें क्या है PFI, जिसका कानपुर हिंसा से जुड़ रहा कनेक्शन

PFI Connection In Kanpur Violence : कानपुर हिंसा मामले के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी (Hayat Zafar Hashmi) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ जारी है।

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Written By aman
Published on: 4 Jun 2022 4:58 PM IST
pfi connection in kanpur violence popular front of india member Hayat Zafar Hashmi arrested
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PFI Connection In Kanpur Violence

PFI Connection In Kanpur Violence : कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दो समुदायों के बीच जमकर पथराव हुआ। पुलिस के अनुसार, जुमे की नमाज के बाद एक समुदाय सड़क पर उतरा और दुकानें बंद करवाने लगा। देखते ही देखते दूसरा समुदाय भी सामने आ गया और जमकर जमकर ईंट-पत्थर चले। पथराव में कई लोग घायल हुए जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) यानी PFI का नाम आया है। PFI का नाम इससे पहले भी देश में कई दंगों और उपद्रवों में सामने आ चुका है।

कहा जा रहा है कि कानपुर हिंसा के पीछे भी इसी संगठन का हाथ है। कानपुर हिंसा मामले के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी (Hayat Zafar Hashmi) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ जारी है। बता दें कि, हयात जफर हाशमी जिस पर कानपुर हिंसा फैलाने और लोगों को उकसाने का आरोप है, वह PFI का सदस्य है। इससे हाशमी का नाम CAA-NRC के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन में भी सामने आया था।

PFI कनेक्शन की जांच

कानपुर के पुलिस कमिश्नर वीएस मीणा (Kanpur Police Commissioner VS Meena) ने गृह विभाग और पुलिस के आला अधिकारियों को इनपुट दिया है। उसमें कहा गया है कि अचानक हुई हिंसा में PFI कनेक्शन की जांच जारी है। कानपुर हिंसा में अब तक 36 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया है, जबकि 450 नामजद हैं। जबकि अज्ञात कईयों पर भी पुलिस की नजर है। पुलिस ने रात भर दबिश देकर लोगों को गिरफ्तार किया है। सुरक्षा व्यवस्था संभालने पीएसी की कई कंपनियां कानपुर भेजी जा चुकी हैं।

क्या है पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI)?

बता दें, कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) या PFI एक चरमपंथी इस्लामी संगठन (Islamic organization) है। इस संगठन की स्थापना वर्ष 2006 में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (NDF) के मुख्य संगठन के रूप में हुआ था। PFI का मुख्यालय राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में है। यह संगठन स्वयं को आजादी, न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले नए समाज के आंदोलन के रूप में बताता रहा है। पीएफआई की कई अलग शाखाएं भी हैं। महिलाओं के लिए यह संगठन 'नेशनल वीमेंस फ्रंट' और स्टूडेंट्स के लिए 'कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया' नाम से शाखाएं चलाता है। इसी तरह की अन्य शाखाएं भी देश भर में काम कर रही है।

कई राज्यों में बना चुका है पैठ

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया या PFI ने एनडीएफ (NDF) के अलावा कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी, गोवा के सिटिजन्स फोरम, तमिलनाडु के मनिथा नीति पासराई, राजस्थान के कम्युनिटी सोशल एंड एजुकेशनल सोसाइटी तथा आंध्र प्रदेश के एसोसिएशन ऑफ सोशल जस्टिस सहित अन्य संगठनों के साथ मिलकर कई राज्यों में अपनी पैठ बना चुका है। PFI ने इस देश में अपनी जड़ें काफी गहरी जमा ली है। हाल के सालों में या कहें पीएफआई के गठन के बाद से ही इस संगठन पर कई तरह के समाज विरोधी और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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