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Zika Virus: "सावधान" अगर आपको बंदर ने काटा है, तो कहीं आप जीका वायरस का शिकार तो नहीं...

जीका वायरस के संक्रमण की तलाश में जुटा स्वास्थ्य विभाग

Avanish Kumar
Published on: 29 Oct 2021 10:24 AM IST
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बंदर की फाइल तस्वीर (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Zika Virus: उत्तर प्रदेश के कानपुर में जीका वायरस (Zika Virus) से पीड़ित मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग बेहद सख्त हो गया है। स्वास्थ्य विभाग जीका वायरस (Zika Virus) के संक्रमण की स्रोत की तलाश में जुट गया है।वही स्वास्थ विभाग आस्ट्रेलिया के जीका वायरस केस स्टडी (zika virus case study) का एक उदाहरण को लेकर जिले में अभी तक बंदरों के काटने (bandar ne kaata) के जितने भी मामले सामने आए हैं उनकी सूची तैयार कर तलाश में जुट गया है। हैलट,उर्सला,कांशीराम अस्पताल के अलावा सीएचसी में भी बंदर काटने (bandar ne kaata) के मामले पता किए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि कानपुर में जीका वायरस का प्रवेश ऐसे व्यक्तियों के द्वारा तो नहीं हुआ है जिन्हें बंदरों ने काटा है । ऐसी स्थिति में हर एक ऐसे व्यक्ति की तलाश की जा रही है, जिससे बंदरों ने काटा हो । क्योंकि ऐसे व्यक्तियों के अंदर जीका वायरस (Zika Virus) का प्रकोप अधिक होने का खतरा मंडरा रहा है।

अगर बंदर ने काटा है तो देना होगा सैंपल

जीका वायरस के संक्रमण (Zika virus infection) के खतरे को देखते हुए स्वास्थ विभाग सख्त हो गया है।स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की माने तो स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए गए हैं । जहां 6 महीने के अंदर अगर किसी को भी बंदर ने काटा (bandar ne kaata) है तो उसकी जानकारी एकत्र करते हुए उसकी जांच कराई जाए। अगर नए केस बंदर के काटने के सामने आते हैं य, तो उन्हें जीका वायरस प्रोटोकॉल के तहत रखा जाए । उनकी जांच करवाई जाए । इसी के साथ जैसे-जैसे 6 महीने के अंदर कितने लोगों को बंदरों ने काटा है इनकी जानकारी मिलती जाए सभी के सैंपल तत्काल प्रभाव से लेते हुए जांच के लिए भेजे जाएं। सभी को जीका वायरस प्रोटोकॉल के तहत घर में रहने के दिशा निर्देश दिए जाएं जब तक कि उनकी जांच रिपोर्ट ना आ जाए।स्वास्थ विभाग के सूत्रों की मानें तो कानपुर में जीका वायरस संक्रमण किस तरह से प्रवेश किया है।इसकी जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ये दिशानिर्देश जारी किए हैं।

क्या बोले अधिकारी

अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ.जी.के मिश्रा ने बताया कि आस्ट्रेलिया में कुछ ऐसे उदाहरण मिले हैं।वहां जो रोगी जीका पॉजिटिव आए हैं, उन्हें बंदर ने काटा था।इसी आधार पर सीएमओ की ओर से मंकी बाइट का ब्यौरा लिया जा रहा है।इसके साथ ही कोरोना रोगियों की तरह बुखार के रोगियों का संपर्क नंबर और पता आदि लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों बंदरों ने काटा है सुरक्षा की दृष्टि से सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।

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Raghvendra Prasad Mishra

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