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Kanpur News: हिस्ट्रीशीटर को भाजपा युवा मोर्चा में मिला मंत्री का पद, हो रही किरकिरी
भाजपा के द्वारा घोषित की गई नई प्रदेश कार्यकारिणी में कानपुर के कुछ युवा नेताओं को जगह दी गई है, उसमें एक काकादेव थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है।
Kanpur News: भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा (Yuva Morcha) की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित करने के बाद एक नया विवाद छिड़ गया है। भाजपा (BJP) के द्वारा घोषित की गई नई प्रदेश कार्यकारिणी (Pradesh mantri) में कानपुर के कुछ युवा नेताओं को जगह दी गई है, उसमें एक काकादेव थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है। यह हिस्ट्रीशीटर उस समय चर्चा में आया था, जिस समय उसने एक बदमाश को भगाने में पुलिस से पंगा लिया था। उसके बाद भी उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश पदाधिकारियों की सूची घोषित की गई है, उसमें कानपुर (Kanpur) शहर से अरविंद राज त्रिपाठी (Arvind Raj Tripathi) को मंत्री और डॉक्टर सुधीर सिंह भदोरिया को उपाध्यक्ष बनाया गया है। डॉक्टर सुधीर भाजपा दक्षिण और अरविंद राज भाजपा उत्तर में सक्रिय बताए जाते हैं।
कानपुर नगर में सर्वाधिक चर्चा अरविंद राज के मनोनयन पर है। अरविंद राज को कानपुर के काकादेव थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश बताया जाता है। इनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी सहित तमाम धाराओं में कुल 16 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इसीलिए न केवल इन्हें हिस्ट्रीशीटर बताते हुए उनकी हिस्ट्रीशीट खोली है, बल्कि इनके ऊपर गुंडा एक्ट की धाराओं में भी कार्यवाही की है। 2005 में चकेरी थाना क्षेत्र में छात्रनेता सनी गिल की हत्या के मामले में भी इनको आरोपी बनाया जा चुका है। साथ ही साथ सीतापुर सेशन कोर्ट ने इनके ऊपर कार्यवाही की है।
पांच कार्यकर्ताओं के पद
आपको बता दें कि भाजयुमो की प्रदेश कार्यकारिणी में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र से पांच कार्यकर्ताओं को जगह देते हुए कानपुर के शिववीर सिंह भदौरिया और जालौन के विकास श्रीवास्तव उपाध्यक्ष बना दिया गया है। इसके साथ साथ कानपुर के अरविंद राज त्रिपाठी और औरैया के सौरभ भूषण शर्मा को प्रदेश मंत्री बना दिया गया है। उसके साथ साथ हरदोई के अमन मिश्र सह मीडिया प्रभारी बनाए गए हैं। नयी कार्यकारिणी में शिववीर दोबारा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि विकास को प्रदेश मंत्री से उपाध्यक्ष बना दिया गया है।
पहली बार प्रदेश इकाई में पदाधिकारी बनाए गए अरविंद राज त्रिपाठी छात्र राजनीति से यहां तक पहुंचे हैं। इन पर आपराधिक मामलों में पूर्व में मुकदमा भी दर्ज हो चुका है।