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Saharanpur News: पति जहां पर है सफाई कर्मचारी, पत्नी बनी वहीं की ब्लाॅक प्रमुख
बलियाखेड़ी ब्लाॅक प्रमुख के पद पर एक सफाई कर्मचारी की पत्नी निर्वाचित हुई है, उसके पति उसी ब्लाॅक में सफाई कर्मी का काम करता है।
Saharanpur News: हमारे देश का लोकतंत्र यही खूबसूरती है कि आम आदमी भी नेता भी बन सकता है पदाधिकारी भी बन सकता है आम वोटर भी रह सकता है। लोकतंत्र में कतार के अंतिम व्यक्ति को भी नेतृत्व करने का अवसर प्रदान करता है। यही लोकतांत्रिक व्यवस्था की कामयाबी भी है। जिसका जीता जागता सबूत सहारनपुर के बलियाखेड़ी ब्लॉक में कार्यरत सफाईकर्मी सुनील कुमार है जिन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस ब्लाक क्षेत्र में वह रोज सफाई करते हैं, एक दिन उनकी धर्मपत्नी सोनिया वहीं की ब्लाक प्रमुख बन जाएंगी।
भाजपा के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन समेत कई नेता उसके घर पहुंचे थें
पति ने कहा चुनाव लड़ लो उनकी इच्छा है और चुनाव जीत भी गई फिर क्या था बीडीसी में जब बन गई तो भाजपा नेताओं का उसके घर पर पता लग गया पूर्व ब्लाक प्रमुख मुकेश चौधरी भाजपा के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन समेत कई नेता उसके घर पहुंच गए और उसे ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में उतरने के लिए प्रेरित किया बस फिर क्या था सोनिया ने ब्लाक प्रमुख का नामांकन पत्र दाखिल कर दिया और किस्मत देखिए सोनिया निर्विरोध चुन ली गई ।
पति सुनील कई सालों से बलियाखेड़ी ब्लाक में सफाई कर्मचारी हैं
जिसका उसने कभी सपना भी नहीं देखा था। स्नातक पास सोनिया की शादी को 6 साल से ज्यादा हो गए हैं दो बच्चे हैं जिसमें एक 5 साल और एक 2 साल का है सोनिया अभी तक एक सामान्य गृहणी की भूमिका में थी और अब सोनिया भाजपा से ब्लाक प्रमुख का दायित्व संभाल चुकी हैं। आपको बता दें कि सोनिया के पति सुनील कई सालों से बलियाखेड़ी ब्लाक में सफाई कर्मचारी हैं। और आज उसी ब्लॉक की ब्लाक प्रमुख बन गई है।
सोनिया को वार्ड नंबर 55 से चुनाव लड़ी थी
गांव नल्हेडा गुर्जर निवासी सुनील कुमार विकासखंड बलियाखेडी में सफाई कर्मचारी के पद पर अपने ही गांव में कार्यरत हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव घोषित हुए तो बीडीसी की सीट आरक्षण के चलते अनुसूचित जाति वर्ग में आरक्षित हो गई। सुनील ने कहा कि उसकी पत्नी पढ़ी लिखी है और इसीलिए उसने उसे बीडीसी का चुनाव लड़ सोनिया को वार्ड नंबर 55 से चुनाव लड़ गया और वह सोनिया जीत भी गई।
यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी उसके बाद ब्लॉक प्रमुख की सीट भी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी जिसका लाभ सोनिया को भरपूर मिला। पति सुनील कुमार ने बीडीसी सदस्य के लिए अपनी पत्नी सोनिया को वार्ड 55 से BDC का चुनाव लड़ाया, जिसमें उन्हें जीत हुई। ब्लाक प्रमुख पद भी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुआ तो भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य मुकेश चौधरी ने पढ़ी लिखी सोनिया को भाजपा की ओर से प्रमुख पद का प्रत्याशी बनवा दिया।
26 वर्षीय सोनिया निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हो गईं
नामांकन करने के साथ ही 26 वर्षीय सोनिया निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हो गईं। ब्लाक प्रमुख सोनिया कहती हैं कि चुनाव में पति सुनील कुमार व परिवार का सहयोग रहा है। उनका कहना है कि ब्लाक प्रमुख के नाते वह गांवों के विकास के लिए काम करेंगी। विशेषकर महिलाओं के लिए कार्य करेगी महिलाओं को शिक्षित करने का काम करेगी गांव का विकास करने के साथ-साथ लोगों की समस्याओं को दूर करने का भी काम करेंगी।
भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि भाजपा की एक नीति रही है कि अंतिम छोर तक के व्यक्ति को अवसर प्रदान करने की और सोनिया पढ़ी लिखी और महिला की और अंतिम छोर के इस व्यक्ति को अवसर प्रदान करने की नीति के तहत सोनिया का अवसर दिया गया जिस पर सोनिया बखूबी सफल हुई