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Mirzapur News: वन विभाग की बेशकीमती जमीन पर भू माफिया ने षड्यंत्र से किया था कब्जा, अब जाना पड़ा जेल
Mirzapur News: मिर्जापुर इलाके के थाना विन्ध्याचल में राजस्व निरीक्षक तहसील सदर ब्रह्मदेव दूबे के तहरीर के आधार पर पुलिस ने आपराधिक षड़यंत्र के तहत कूटरचित तरीके से वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर लिया।
Mirzapur News: यूपी के मिर्जापुर इलाके के थाना विन्ध्याचल में राजस्व निरीक्षक तहसील सदर ब्रह्मदेव दूबे के तहरीर के आधार पर पुलिस ने आपराधिक षड़यंत्र के तहत कूटरचित तरीके से वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर लिया, जिसके संबंध में थाना विन्ध्याचल पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
जानिए क्या है पूरा मामला
यूपी के मिर्जापुर जिले के अकोढ़ी गांव निवासी पंकज सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह के विरुद्ध राजस्व निरीक्षक सदर ब्रह्मदेव दुबे ने थाना विंध्याचल में लिखित तहरीर देकर वन विभाग की जमीन पर कुटरचित तरीके से कब्जा करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस ने मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए वन विभाग की जमीन पर आपराधिक षड़यंत्र कर कूटरचित प्रविष्टि के आधार पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले भू-माफिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस की पूछताछ में पंकज सिंह ने बताया आपराधिक षड़यंत्र के तहत अभिलेखों में कूटरचित तरीके से प्रविष्टिया कराकर वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया था ।
डीएम दिव्या मित्तल ने कराई थी जांच
एसडीएम सदर के नेतृत्व में राजस्व एवं वन विभाग की संयुक्त टीम के साथ मौके की स्थलीय एवं अभिलेखीय जॉच की गयी। संयुक्त जॉच में पाया गया कि मौजा अकोढी के गाटा सं0 686/1 रकबा 30 बिघा 5 बिस्वा पर खतौनी फसली सन् 1359 के खसरा पर बंजर दीगर अंकित है।
वन विभाग की अधिसूचना सं0 23 (2) 33/14-ख-66 दिनांक 23.09.1966 द्वारा उक्त भूमि वन विभाग के नाम दर्ज की गयी है। 1359फ0 के खसरे मे गाटा सं0 686/1 रकबा 30 बीघा 5 बिस्वा पर कूटरचना करके नरेश सिंह का नाम दर्ज किया गया है।
मौके पर गाटा सं0 686/1 पर पंकज सिंह पुत्र विरेन्द्र सिंह निवासी ग्राम अकोढ़ी द्वारा वृक्षारोपण, कृषि कार्य करके काबिज पाये गये, जबकि अभिलेखीय जॉच में अवैध कब्जे वाली भूमि वन विभाग की पायी गयी।
कूटरचित अभिलेख के आधार पर वन विभाग की भूमि पर कब्जा करने वाले पंकज सिंह विरेन्द्र सिंह निवासी ग्राम अकोढ़ी थाना विन्ध्याचल तहसील सदर जनपद मीरजापुर के पुत्र विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट अंकित करायी गई थी।