TRENDING TAGS :
Maghi Purnima 2024: माघी पूर्णिमा आज, श्रद्धालु संगम में लगा रहे आस्था की डुबकी
Maghi Purnima 2024: मान्यता है कि माघी पूर्णिमा पर पावन नदी विशेषकर संगम या फिर गंगा में डुबकी लगाने के बाद दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है।
Maghi Purnima 2024: प्रयागराज में संगम की रेती में लगे माघ मेले का पांचवां पवित्र स्नान पर्व आज यानि शनिवार (24 फरवरी) को है। संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। संगम तप पर ब्रह्म मुहूर्त से श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला जारी है। आज माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही माघ मास का समापन हो जाएगा, जो श्रद्धालु कल्पवास कर रहे थे, माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही कल्पवास भी पूर्ण हो जाएगा। एक महीने तक संगम तट पर रहकर कल्पवास करने वाले श्रद्धालु अपने घरों के लिए रवाना हो जाएंगे।
माघी पूर्णिमा का क्या है महत्व?
मान्यताओं के मुताबिक, 27 नक्षत्रों में एक मघा से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति हुई है। माघी पूर्णिमा के महत्व का उल्लेख हिंदू धर्म ग्रंथों में भी मिलता है, जिसके अनुसार, इस दिन देवतागण मानव स्वरूप धारण कर धरती पर गंगा स्नान के लिए आते हैं। इस दिन भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन श्रीहरि की पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मान्यता है कि माघी पूर्णिमा पर पावन नदी विशेषकर संगम या फिर गंगा में डुबकी लगाने के बाद दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है।
माघ मेले की CCTV और ड्रोन कैमरे से हो रही निगरानी
पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से संगम तट पर लगे माघ मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। मेले में बने खोया पाया केंद्र भी लगातार अपना काम कर रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, गोताखोर भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा माघ मेले की खास बात यह है कि संगम में फ्लोटिंग चौकी भी बनाई गई है, इस चौकी पर डीएसपी रैंक का एक अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो 24 घंटे जल में होने वाले हलचल और संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं पर नजर बनाए हुए हैं।