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किन्नर अखाड़े को किसी मान्यता की जरूरत नहीं: स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारारायण त्रिपाठी ने कहा कि आज समाज में जो भी गड़बड़ी हो रही है या जो लोग गड़बड़ी कर रहे हैं वह सब धर्म की आड़ में ही हो रही है।
इलाहाबाद : किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि धर्म को आडंबर में नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह बात बुधवार को अखाड़ा परिषद द्वारा संतों के असली-नकली की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान पर अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती आश्रम में कही।
और क्या कहा महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारारायण ने ?
महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारारायण त्रिपाठी ने कहा कि आज समाज में जो भी गड़बड़ी हो रही है या जो लोग गड़बड़ी कर रहे हैं वह सब धर्म की आड़ में ही हो रही है। मैं या कोई भी चित्रगुप्त महाराज नहीं हैं। जिसे असली-नकली की जानकारी हो। बल्कि जो जैसा कर्म कर रहा है, उसे देर-सवेर वैसा ही दंड मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि हम शिव भक्त हैं। उनके दिखाए मार्ग पर ही उनकी आराधना करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हम सनातन धर्म को आगे बढ़ाने, उसकी खामियों को दूर करने और अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने में लगे हुए हैं। जिससे सभी का भगवद भजन करते हुए कल्याण हो। जो लोग असली नकली के बात कर रहे हैं वह वही जानें। हम लोगों का इससे कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़े को किसी की मान्यता की जरुरत नहीं है। भगवान राम ने स्वयं किन्नरों को मान्यता दी है। भगवान शिव तो साक्षात अर्धनारीश्वर के रूप में हैं। वह लोगों के आराध्य हैं।
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अर्धकुंभ प्रयाग को लेकर किन्नर अखाडा गंभीर
स्वामी लक्ष्मी नारारायण त्रिपाठी ने कहा कि अर्धकुंभ प्रयाग को लेकर किन्नर अखाड़ा गंभीर है। हम लोग पूरी तैयारी से अर्धकुंभ मेले में आएंगे और शासन-प्रशासन से अपना हक़ भी लेंगे। लेकिन, किसी के पीछे नहीं टहलेंगे। किन्नर अखाड़े में कोई विवाद नहीं है। जहां तक आचार्य अजय रिषी की बात है तो वह अभी देशाटन पर हैं।
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किन्नर अखाड़े का तीसरा स्थापना दिवस
किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि किन्नर अखाड़े का तीसरा स्थापना दिवस शुक्रवार (13 अक्टूबर) को सुबह 7 बजे से अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती आश्रम में बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। शाम 7 बजे से शानदार भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। मुंबई के कलाकारों की टीम और अन्य प्रमुख लोग कार्यक्रम में प्रस्तुति देंगे।
उन्होंने बताया कि किन्नर अखाड़े की स्थापना साल 2014 में उज्जैन में हुई थी। इस समय किन्नर अखाड़े में करीब 5,000 सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि अखाडा अब इलाहाबाद, हरिद्वार और नासिक में मुख्यालय स्थापित करने की तैयारी में है। उज्जैन की महंत पवित्रा ने बताया कि स्थापना दिवस कार्यक्रम समारोह में किन्नर अखाड़े के संत-महंत, पीठाधीश्वर सहित करीब 500 लोग शिरकत करेंगे।