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Maharajganj News : भारत - नेपाल सीमा पर आवाजाही की रोक से गोरखा समुदाय के लोग निराश, जानें यह वजह

Maharajganj News : महराजगंज जनपद के भारत नेपाल सीमा पर आवाजाही की रोक से गोरखा समुदाय के लोग काफी निराश है।

JIYAUDDIN
Report JIYAUDDINPublished By Shraddha
Published on: 21 Aug 2021 1:10 PM IST
गोरखा समुदाय के लोग निराश
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 गोरखा समुदाय के लोग निराश

Maharajganj News : वैश्विक कोरोना महामारी के कारण बीते 17 महीनों से महराजगंज जनपद (Maharajganj District) के भारत नेपाल (India - Nepal) सीमा पर आवाजाही की रोक से भारतीय क्षेत्र में रह रहे गोरखा समुदाय (Gorkha Community) के लोग काफी निराश है। रक्षाबंधन पर्व (Rakshabandhan festival) पर अपने सगे संबंधियों से मिलने और रोटी बेटी के संबंध को मजबूत करने के लिए भारत और नेपाल दोनों देशों से बॉर्डर पर आने जाने की छूट देने की गुहार लगा रहे है।

महाराजगंज जिले के नौतनवा एवं फरेन्दा क्षेत्र में कई पुस्तो से भारतीय गोरखा समुदाय के लोग भारी संख्या में रहते हैं। जिनमें से ज्यादातर लोग भारतीय सेना एवं अन्य सरकारी नौकरियों में सेवारत हैं। ज्यादातर लोगों की नेपाल में रिश्तेदारियां व सगे संबंधी मौजूद है। जिनके बीच हर शादी ब्याह तीज त्यौहार सहित अन्य मौकों पर आना-जाना बराबर लगा रहता है।

भारतीय क्षेत्र में कई ऐसी बहनें हैं जिनके भाई नेपाल में है वहीं नेपाल में भी कई ऐसी बहने हैं जिनके भाई भारतीय क्षेत्र में रहते हैं। लेकिन सरहद पर आवाजाही की रोक से लोग अपने सगे संबंधियों से मिलना तो दूर तीज त्योहार के मौके पर भी एक दूसरे के यहां आना जाना नहीं हो पा रहा। रक्षाबंधन का पर्व आने वाला है ऐसे में कई बहनों और भाइयों का दर्द छलककर सामने आ गया है। नौतनवा कस्बे में रहने वाली बबिता थापा ने बताया कि उनका मायका नेपाल के अरघा खाँची में है लेकिन पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना के कारण उनके भाई की कलाई सूनी न रह जाए इसी का गम सताया जा रहा है ।


भारत - नेपाल सीमा पर आवाजाही की रोक


रक्षा बन्धन पर्व पर सरहद पर आने जाने की छूट देने की लगा रहे गुहार

गोरखा समुदाय के लोग भारत एवं नेपाल सरकार से रक्षाबंधन पर्व के मौके पर सरहद से आने जाने की छूट देने की गुहार लगा रहे हैं। उनका कहना है कि बीते साल भी लॉकडाउन की वजह से इस पर पवित्र पर्व पर नेपाल नहीं जा सके थे। इस साल भी बॉर्डर पर आवाजाही की रोक से उन्हें काफी निराशा हो रही है। रोटी बेटी के संबंध को कायम रखने के लिए दोनों सरकारों को मिलकर सरहद को खोलने पर विचार करना चाहिए। जिससे वह लोग रक्षाबंधन के पर्व पर भाइयों की कलाई पर राखी न बांध सकें।

25 मार्च 2020 से पब्लिक मोमेंट्स पर लगी है रोक

वैश्विक कोरोना महामारी के कारण बीते 25 मार्च 2020 से ही भारत नेपाल की सरकारों ने सीमा पर पब्लिक मोमेंट्स पर पूरी तरह से रोक लगा दी है । सोनौली सीमा से सिर्फ मालवाहक गाड़ियां ही भारत से नेपाल जा पा रही हैं । बीते 17 माह से बॉर्डर पर आवाजाही के रोक लगने के कारण एक बार फिर दोनो देशों के रोटी बेटी के रिश्तो में खटास बोलती नजर आ रही है ऐसे में दोनों देशों की बहनों को पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी भाई बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व में भाइयों की कलाई सुनी नाराज है इसकी उन्हें चिंता सताने लगी है ।



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