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Mahoba News: एक ही परिवार में दो मौतें, बीमारी से तंग भतीजे ने की खुदकुशी, सदमे में चाचा ने दम तोड़ा

Mahoba News Today: बुंदेलखंड के महोबा में एक ही परिवार में दो मौतें हो जाने से कोहराम मच गया। भतीजे ने टीबी की बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर ली, तो भतीजे की मौत का सदमा चाचा नहीं सह पाये और उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई।

Imran Khan
Published on: 11 Nov 2022 7:10 PM IST
Mahoba News
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पीएम के लिए शव ले जातें परिजन (न्यूज नेटवर्क)

Mahoba News: बुंदेलखंड के महोबा में एक ही परिवार में दो मौतें हो जाने से कोहराम मच गया। भतीजे ने टीबी की बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर ली, तो भतीजे की मौत का सदमा चाचा नहीं सह पाये और उनकी भी हार्ट अटैक से मौत हो गई। दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घर में एक साथ दो मौतें हो जाने से न केवल परिवार के लोग सदमे में हैं बल्कि गांव के लोग भी गमजदा हैं। पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बिलबई गांव का है।

जहां रहने वाले 21 वर्षीय विनोद कुमार अहिरवार ने अपनी टीबी की बीमारी से तंग आकर सूने घर में फांसी लगा ली। विनोद की आत्महत्या से उसके परिवार में कोहराम मच गया। घर में शोरशराबा हो रहा था कि विनोद की मौत की खबर के सदमे में उसके चाचा संतोष की भी मौत हो गई। एक ही परिवार में दो मौतें हो जाने से सभी गमजदा हैं। चाचा-भतीजे के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। परिवार अब दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार कराए जाने की तैयारी कर रहा है।

कि शहर कोतवाली के बिलबई गांव में रहने वाला विनोद अहिरवार अपनी टीबी की बीमारी से खासा परेशान था और अपने इलाज के लिए लाखों रुपए खर्च कर चुका था लेकिन उसे इस बीमारी से निजात नहीं मिल पा रही थी। अपनी बीमारी से परेशान विनोद ने आत्महत्या का मन बना लिया और सूने घर में फांसी के फंदे पर झूल गया जिससे उसकी मौत हो गई। उधर बीती दो नवंबर को नोएडा में रहने वाले उसके सगे चाचा 48 वर्षीय संतोष सड़क हादसे में घायल हो थे।

जिन्हें परिवार के लोग झांसी में इलाज के बाद महोबा ले आए थे और उसकी तबीयत में सुधार भी था, लेकिन जब चाचा को अपने जवान भतीजे विनोद की मौत की खबर लगी तो वो सदमे में आ गया और संतोष की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई। भतीजे के प्रति चाचा का यह प्रेम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है। एक ही परिवार में दो मौतें हो जाने से गांव के लोग भी सदमे में है। एक परिवार में दो चिताएं एक साथ जलनी हैं।



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Prashant Dixit

Prashant Dixit

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