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Mahoba News: साहब विभाग के बाबू वेतन के नाम पर मांग रहे रिश्वत, आशा वर्करों ने डीएम से की शिकायत

Mahoba News: जिला महिला अस्पताल में शोषण के साथ-साथ उनके खाते में वेतन डालने के एवज में रुपयों की मांग की जा रही है। इससे परेशान आशा बहुओं ने डीएम से शिकायत कर 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।

Imran Khan
Report Imran Khan
Published on: 8 Aug 2024 7:55 PM IST
Mahoba News
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Mahoba News (Pic: Newstrack)

Mahoba News: महोबा के कलेक्ट्रेट में आशा बहुओं ने प्रदर्शन करते हुए जिला महिला अस्पताल में शोषण के साथ-साथ उनके खाते में वेतन डालने के एवज में रुपयों की मांग की जा रही है। इससे परेशान आशा बहुओं ने डीएम से शिकायत कर 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। आशा बहुओं ने वेतन के एवज में सुविधा शुल्क मांगे जाने पर नाराजगी जताई है। आशा बहुओं के खाते में वेतन डालने के नाम पर सुविधा शुल्क मांगे जाने के मामले में आक्रोशित आशा बहुओं ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर प्रदर्शन किया। आशा हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष आशा शुक्ला के नेतृत्व में इकट्ठा हुई आशाओं ने जिला महिला अस्पताल में भ्रष्टाचार व्याप्त होने की शिकायत की और आरोप लगाया कि वहां आशाओं का शोषण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि 12 हजार रुपए मासिक वेतन पर उनसे कई गुना अधिक कार्य लिए जा रहे। इसके बावजूद भी वेतन देने में हीला हवाली के साथ-साथ संबंधित विभाग के बाबू द्वारा वेतन डालने के एवज में रूपये आशाओं से मांगा जा रहा है, तो वहीं कई आशा बहुओं से उनके वेतन से आधा वेतन मांगे जाने की भी बात सामने आई है। जिससे हताश और परेशान आशाओं ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर अपनी नाराजगी जताई और 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा। आशाओं ने बताया कि इस समस्या को लेकर उनके द्वारा पूर्व में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन समस्या का निदान न होने की चलते ही वह आज प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुई है।


आरोप है कि वेतन खातों में डालने के एवज में आधा वेतन की धनराशि उनसे सुविधा शुल्क के रूप में मांगी जा रही है। भ्रष्टाचार और शोषण से सभी परेशान आशाओं का कहना है कि सरकार की मंशा जीरो टॉलरेंस की है लेकिन यहां तो सरकार की छवि को धूमिल करने का काम विभाग में मौजूद ही लोग कर रहे हैं। यही नहीं आरोप है कि महिला जिला अस्पताल के अंदर आशा बहुओं के साथ लेबर रूम में अभद्रता पूर्वक व्यवहार तक किया जाता है और उनसे खुलेआम धन की मांग की जाती है। आशाओं का आरोप है कि लंबित भुगतान की बात की जाती है तो लेखाकार और कैशियर द्वारा उनसे उक्त वेतन का आधा हिस्सा मांगा जाता है और न देने पर हम धमकी तक दी जाती हैं।

आशा वर्कर शीलादेवी, आशा शुक्ला, मालती, गायत्री, आरती आदि ने बताया कि कबरई ब्लॉक में तैनात कैशियर मेराज खान जो संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर है वह खुलेआम धमकी देकर पैसों की मांग करते हैं। ऐसी ही 9 मांगे हैं जिनके निदान को लेकर आशाओं ने प्रदर्शन किया और साफतौर पर कहा कि उन्हें उनके काम का मिलने वाले पैसे पर भ्रष्टाचार चरम पर है। 9 सूत्रीय मांगे पूरी न होने पर आशाओं ने आंदोलन की भी चेतावनी दी है।

Durgesh Sharma

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