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Mahoba News: खेत में लगी आग से किसान की जलकर मौत, परिवार में मचा कोहराम

Mahoba News: अपने खेत और पशुओं को बचाने के लिए वृद्ध किसान देशराज आग बुझाने का भरसक प्रयास करता रहा और वह आग की लपटों में घिर गया और देखते ही देखते उसकी जलकर मौत हो गईं।

Imran Khan
Report Imran Khan
Published on: 29 April 2024 6:36 PM IST
Farmer burnt to death due to fire in his field, chaos in the family
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खेत में लगी आग से किसान की जलकर मौत, परिवार में मचा कोहराम: Photo- Newstrack

Mahoba News: बुन्देलखण्ड के महोबा में अपने खून पसीने से बोई गई तैयार फसल को आग से बचाते समय वृद्ध किसान की जिन्दा जल कर मौत हो गई। किसान की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद देर से पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया लेकिन इस अग्नि काण्ड में किसान सहित उसकी पूरी फसल जलकर राख हो गई। पुलिस ने मृत किसान के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिय भेज दिया ।

खेत और पशुओं को बचाने के लिए वृद्ध किसान की गई जान

महोबा जिले का अन्नदाता किसान लगातार प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है लेकिन इन दिनों जिले के अलग-अलग इलाके में भीषण गर्मी के चलते फसलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं । आज कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास देशराज यादव के खेत और पशु बाड़ा अचानक आग की चपेट में आ गया। अपने खेत और पशुओं को बचाने के लिए वृद्ध किसान देशराज आग बुझाने का भरसक प्रयास करता रहा और वह आग की लपटों में घिर गया और देखते ही देखते उसकी जलकर मौत हो गईं। किसान की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है।

कपड़ों में लगी आग से अपने आप को किसान बचा नहीं पाया

मृतक का पुत्र राजेंद्र सिंह बताता है कि पड़ोसी के खेत में आग लगी थी और धीरे-धीरे आग बढ़ती हुई देशराज के खेत में जा पहुंची। आग को बुझाने के लिए 70 वर्षीय वृद्ध किसान भरसक कोशिश करता रहा मगर आग ने उसे भी अपनी चपेट में ले लिया। किसान के कपड़ों में लगी आग से वह अपने आप को नहीं बचा पाया और आग से जलकर उसकी मौत हो गई। मृतक के पुत्र ने पड़ोसी खेत के किसान की लापरवाही के चलते आग लगना कारण बताया है। परिजनों ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर पड़ोसी खेत वाले पर कार्यवाही कर उचित न्याय और मुआवजा दिए जाने की मांग की है।

फसल की रक्षा के लिए किसान ने दे दी जान

भले ही यह घटना एक हादसा है लेकिन इस घटना से ये साफ़ पता चलता है कि एक किसान अपनी फसल की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने को तैयार है। ऐसा ही कुछ 60 वर्षीय किसान देशराज के साथ हुआ अपने परिवार के भरण पोषण के लिए तैयार फसल को देशराज हर कीमत में बचाना चाहता था लेकिन आग के विकराल लपटों में वह समा गया और उसकी मौत हो गईं।

Shashi kant gautam

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