Mahoba News: दैवीय आपदा झेल रहे किसानों के लिए बीमा कंपनी बनी नासूर, किसानों ने किया प्रदर्शन

Mahoba News: किसानों का आरोप है कि सरकार की मंशा के विपरीत बीमा कंपनी काम कर रही है और लगातार किसानों को प्रताड़ित की जा रही है। किसानों ने जिला प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है।

Imran Khan
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Published on: 19 Sep 2024 1:49 PM GMT
Farmers troubled by the negligence and harassment of the insurance company in the Prime Minister Crop Insurance Scheme protested
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनी की लापरवाही और प्रताड़ना से परेशान किसानों ने किया प्रदर्शन: Photo- Newstrack

Mahoba News: महोबा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनी द्वारा बरती जा रही लापरवाही और प्रताड़ना से परेशान किसान आज सड़क पर उतर आए हैं। किसानों ने 3 किलोमीटर तक पैदल चलकर मार्च निकाला और बीमा कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान हित की योजना में बरती जा रही लापरवाही को लेकर कार्यवाही की मांग किसानों ने की है।

किसानों ने डीएम को संबोधित सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। किसानों ने बीमा कंपनी को ब्लैक लिस्ट किए जाने की मांग के साथ-साथ सात अन्य मांग शामिल है। किसानों का आरोप है कि बीमा का प्रीमियम जमा होने के बावजूद भी उन्हें नुकसान की भरपाई का क्लेम नहीं मिल पा रहा। जिससे नाराज जय जवान जय किसान एसोसिएशन के बैनर तले किसानों ने हाथों में तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की है।


बीमा कंपनी की लापरवाही और प्रताड़ना का शिकार हो रहे किसान

बुंदेलखंड के महोबा का किसान दैवीय आपदा से पहले से ही परेशान चल रहा है। उस पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनी की लापरवाही और प्रताड़ना किसानों के लिए नासूर बनी है। ऐसे में किसानों के सब्र का बांध टूट गया और जय जवान जय किसान संगठन के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने सड़क पर बीमा कंपनी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है।

सैकड़ो किसानों ने कीरत सागर तट पर इकट्ठा होकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनी की प्रताड़ना और लापरवाही को लेकर नाराजगी जाहिर की और जमकर नारेबाजी करते हुए तकरीबन 3 किलोमीटर पैदल चल किसान तहसील पहुंचे। किसानों ने अपने पैदल मार्च के दौरान जमकर नारेबाजी की। किसानों का आरोप है कि सरकार की मंशा के विपरीत बीमा कंपनी काम कर रही है और लगातार किसानों को प्रताड़ित की जा रही है। किसानों ने जिला प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है।

किसानों का आरोप है कि खरीफ 2022 में किसानों बीमा पॉलिसी स्वीकृत होने के बाद सभी किसानों का अभी तक क्लेम भुगतान नहीं किया गया। किसानों का आरोप है कि ओलावृष्टि रबी 2023-2024 में प्रभावित गांवों के शेष बीमित किसानों को आज तक प्रधानमंत्री फसल बीमा का भुगतान नहीं किया गया।


किसानों का आरोप

आरोप ये भी है कि खरीफ 2024 उर्द की फसल में फलिया तक नही हुई 90 फ़ीसदी फसल बर्बाद होने के बावजूद इस मामले में अभी तक कंपनी ने न तो सर्वे कराया जा रहा है और ना ही बीमा कंपनी द्वारा इसकी पहल की जा रही है, जिससे किसानों का सब्र का बांध टूट चुका है। किसानों का आरोप है कि खरेला में लेखपाल द्वारा खरीफ 2023 असफल बुवाई की रिपोर्ट देने के बावजूद भी बीमा कम्पनी ने अभी तक क्लेम नहीं दिया। वहीं दूसरी तरफ छिकहरा गांव में क्रॉप कटिंग की गई जिसमे खरीफ की फसल की उत्पादन रिपोर्ट गलत बनाई गई, जिसकी जांच कराए जाने की मांग भी किसानों ने की है।


खरीफ फसल 2023 में 85 गांवों में बुबाई तक नहीं हो पाई थी जिसके लिए गठित संयुक्त कमेटी द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजी गई। वर्ष 2024 में भी ऐसी ही स्थिति होने बाद संयुक्त कमेटी ने रिपोर्ट नही भेजी, जिस कारण आज तक किसानों को बीमा का लाभ नहीं मिल पाया। वर्ष 2024 में अतिवृष्टि से खराब फसलों का सर्वे कराकर जल्द से जल्द नुकसान की भरपाई की मांग भी किसानों ने की और इस बाबत जिला अधिकारी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। किसानों ने बीमा कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए बीमा कंपनी को ही ब्लैक लिस्ट किए जाने की मांग की है। किसानों ने सड़क पर हाथ में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की है।

Shashi kant gautam

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