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Mahoba News: बंद कमरे में विवाहिता को पति और ससुराली देते रहे तालिबानी सजा, भ्रूण लिंग की जांच कराने की कोशिश, पुलिस को दी तहरीर

Mahoba News: महोबा में दहेज लोभी पति और ससुरालियों ने एक विवाहिता को हैवानियत की हदों को पार कर प्रताड़ित किया है। एक कमरे में बंद कर उसे आए दिन मारा पीटा जाता रहा तो वहीं गर्म चिमटे से तालिबानी सजा भी विवाहिता को दी गई है।

Imran Khan
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Published on: 11 Oct 2023 4:54 PM GMT
Married woman punished in closed room, tried to get fetus sex checked
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 बंद कमरे में विवाहिता को दी गई सजा, भ्रूण लिंग की जांच कराने की कोशिश: Photo-Newstrack

Mahoba News: महोबा में दहेज लोभी पति और ससुरालियों ने एक विवाहिता को हैवानियत की हदों को पार कर प्रताड़ित किया है। एक कमरे में बंद कर उसे आए दिन मारा पीटा जाता रहा तो वहीं गर्म चिमटे से तालिबानी सजा भी विवाहिता को दी गई है। यही नहीं उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के भ्रूण लिंग जांच के लिए जबरन दबाव बनाया जा रहा है। पूर्व में एक बेटी होने के बाद फिर से बेटी ना हो उसको लेकर भू्रण लिंग की जबरन जांच कराने के आरोप भी ससुरालियों पर लगे हैं। पीड़िता ने लिखित तहरीर कोतवाली पुलिस में देते हुए अपने पति सहित सास, ससुर और जेठ पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं पीड़िता का इलाज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है।

भ्रूण लिंग चेक कराने की कोशिश

सात जन्मों की कसम खाकर विवाह करने वाले पति ने पत्नी को कमरे में कैद कर तालिबानी सजा दी है। कई दिनों से कमरे में कैद विवाहिता के साथ बेहरमी से मारपीट की जा जाती रही। तो उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का भ्रूण लिंग को भी चेक कराने की कोशिश की गई है। दरअसल ये पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के भटीपुरा मोहल्ले का है। जहां की रहने वाली प्रियंका मिश्रा को इलाज के लिए जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। पीड़िता के शरीर के जख्मों के निशान उसके साथ हुई आप बीती को खुद बयां कर रहे हैं। पीड़िता प्रियंका बताती है कि उसका मायका महोबा जनपद का सूपा गांव है और उसका विवाह वर्ष 2019 में शहर के मोहल्ला भटीपुरा निवासी विपुल मिश्रा के साथ हुआ था। उसके ससुर ओम प्रकाश मिश्रा रेलवे विभाग में बाबू हैं।


20 लख रुपए दहेज की मांग

पीड़िता प्रियंका और उसका भाई मनोज शुक्ला बताते हैं कि शादी के बाद से ही पति और ससुराल के लोग 20 लख रुपए दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करते चले आ रहे हैं। विवाहिता को शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता है, उसके विवाह में पिता द्वारा 10 लाख रुपए नगद सारा दहेज और जेवरात आदि दिए गए थे, लेकिन अलग से 20 लाख रुपए की मांग के लिए उसे कमरे में बंद कर यातनाएं दी जाती रही। पति, सास, ससुर और जेठ विवाह में 30 लाख रुपए नगद दहेज में तय होने की बात कह कर 20 लाख रुपए और लाने के लिए दबाव बनाते और उसके साथ मारपीट करते। कई बार उसे बंद कमरे में भूखा रखा गया और उसे खाने के लिए भोजन नहीं दिया गया। जिसकी वजह से उसकी शारीरिक हालत दिनों दिन गिरती चली गई। पीड़िता बताती है कि उसने अपने पिता से ससुरालियों की करतूत बयां कि तो पिता ने जैसे तैसे करके कई किस्तों में हजारों रुपए पति को दिए लेकिन वह उनकी मांग को पूरा नहीं कर पाए।


बेटी पैदा होने से उत्पीड़न

इस बीच पीड़िता के एक बेटी शिवी हुई जो वर्तमान में ढाई वर्ष की है। उसे लगा था कि बेटी पैदा होने के बाद पति और ससुरालियों के बर्ताव में अंतर आ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि बेटी पैदा होने से उनके उत्पीड़न का सिलसिला और कठोर हो गया। अपनी पुत्री की तकलीफ में पिता ने मदद की कई बार कोशिश की लेकिन वह दहेज लोभियों की मांग पूरी नहीं कर पाया और इसी दरमियान हार्ट अटैक से उसके पिता की मौत हो गई, लेकिन इस सदमे से भी पीड़िता को उबरने का मौका नहीं मिला और पति ससुरालियों ने पिता के अंतिम संस्कार में भी उसे शामिल नहीं होने दिया। तब परिवार के लोगों को लगा शायद बहन की तबीयत सही न होने के कारण वह अंतिम संस्कार में नहीं आ पाई होगी। इस बीच पीड़िता फिर से गर्भ से हो गई। लेकिन अबकी बार पति और ससुराल के लोग लड़की नहीं चाहते। उसके गर्भ की भू्रण लिंग की जबरन जांच कराने का आरोप पति और ससुरालियों पर लगा है।

पीड़िता और उसका भाई बताते हैं कि गर्भ की भ्रूण लिंग जांच कराई जा रही है और कहा जा रहा है यदि फिर से लड़की हुई तो उसे घर से निकाल देंगे। इसलिए जांच में यदि लड़की है तो उसे गर्भपात करा दिया जाएगा जिसका विरोध पीड़िता ने किया तो उसे बंद कर कमरे में बेरहमी से मारा पीटा गया। इसकी जानकारी पीड़िता के भाइयों को तब लगी जब तीन सितंबर को पिता के श्राद्ध में बहन नहीं आई। कई बार सूचनाएं देने के बाद भी बहन और उसके ससुराल के लोग श्राद्ध में शामिल नहीं हुए। ऐसे में आज जब पीड़िता के भाई उससे मिलने ससुराल पहुंचे तो उसकी हालत देख सभी दंग रह गए।


भाइयों को पहले बहन से मिलने नहीं दिया

बिना सूचना ससुराल पहुंचे भाइयों को पहले बहन से मिलने नहीं दिया बल्कि विवाद कर जान से मारने की धमकी तक दी गई। बंद कमरे में बहन के शरीर में चोट के निशान देख सभी के होश उड़ गए। पीड़िता को लेकर उसके भाई कोतवाली पहुंचे जहां पति सहित ससुरालियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई। पीड़िता को पुलिस ने तत्काल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जहां उसका मेडिकल परीक्षण भी किया गया है। पीड़िता के शरीर में बने जख्मों के निशान उसके साथ हुए जुल्मों के निशान बता रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर शहर कोतवाल उपेंद्र प्रताप बताते हैं कि प्रियंका मिश्रा की तरफ से तहरीर मिली है, जिसके आधार पर जांच कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

Shashi kant gautam

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