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Mahoba News: चोरों के आतंक से परेशान ग्रामीण कर रहे पहरेदारी, पुलिस पर शिथिलता का आरोप
Mahoba News: गांव में एक के बाद एक हुई चोरी के मामलों में पुलिस की शिथिलता से नाराज ग्रामीण खुद ही हाथों में लाठी, टॉर्च लेकर रात में पहरेदारी कर रहे हैं।
Mahoba News: गांव में अज्ञात चोरों के आतंक से परेशान ग्रामीण रात में घरों के बाहर पहरेदारी करने को मजबूर हैं। गांव में एक के बाद एक हुई चोरी के मामलों में पुलिस की शिथिलता से नाराज ग्रामीण खुद ही हाथों में लाठी, टॉर्च लेकर रात में पहरेदारी कर रहे हैं। क्या महिलाएं, क्या पुरुष सभी रात भर जागकर रतजगा कर रहे है। ग्रामीणों ने चोरों से बचने के लिए यह कदम उठाया है। हाथों में लाठी-डंडे लेकर रात में घूमते ग्रामीण जागते रहो- जागते रहो की आवाजें लगा रहे हैं ताकि चोरों से बचा जा सके।
लाठी-डंडे लेकर कर रहे पहरेदारी
पनवाड़ी थाना क्षेत्र के बुढ़ी गांव का यह मामला है। जहां एक के बाद एक चोरी के मामले सामने आने के बावजूद भी थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल तक करने की जहमत नहीं की। जिस पुलिस पर अपराध रोकने की बड़ी जिम्मेदारी है और पुलिस के आला अधिकारी इस जिम्मेदारी को निभाने के दावे कर रहे हैं, मगर इस गांव में अज्ञात चोरों के आतंक से परेशान ग्रामीण पुलिस की लचर कार्यप्रणाली से भी हताश हो चुके हैं। दरअसल रात के अंधेरे में 6-6 लोगों का जत्था बनाकर हाथों में लाठी-डंडे ,टॉर्च लेकर जाग रहे बुढ़ी गांव के ग्रामीण अज्ञात चोरों से अपनी सुरक्षा कर रहे हैं।
बीते 2 वर्षों से लगातार गांव में चोरी की वारदातें घटित हो रही है। पूर्व में गांव के प्यारेलाल, रतन किसान की भैंसे चोरी हो गई थी जिसका खुलासा पुलिस नहीं कर पाई और अब एक के बाद एक चोरी के अन्य मामले सामने आए हैं। बीती रात गांव में रहने वाले लखनलाल पाठक के घर में अज्ञात चोरों ने धावा बोलकर 10 हजार की नगदी सहित तकरीबन 2 लाख कीमत के जेवर चोर लेकर फरार हो गए तो वही गांव में ही रहने वाले रामप्रताप कुशवाहा के घर में भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया और 5 हजार की रखी नकदी के अलावा 3 लाख कीमत के सोने चांदी के जेवर भी चोर लेकर चले गए।
ग्रामीण के मुताबिक रात के अंधेरे में जब गांव के लोग नींद की आगोश में रहते हैं तब अज्ञात चोर चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। आरोप है कि इस मामले में पनवाड़ी थाना पुलिस को लिखित तहरीर देने के बावजूद भी आलाधिकारी तो दूर कोई पुलिसकर्मी झांकने तक नही आया। लाखों की चोरी के बाद भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा और ना ही जांच पड़ताल की गई।
बहरहाल इस गंभीर मामले में पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने सीधे कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से ही मना कर दिया, लेकिन मामले में जांच की बात जरूर कही है। वहीं ग्रामीण स्थानीय पुलिस की शिथिलता और चोरी के बढ़ते मामलों से खौफ में है।