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Mainpuri By-Election 2022: मैनपुरी में BJP लगा सकती है किसी 'शाक्य' पर दांव, ये हैं प्रमुख दावेदार
Mainpuri By-Election 2022: बीजेपी मैनपुरी उप चुनाव में किसी शाक्य चेहरे को सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के सामने उतारना चाह रही है। सवाल ये है कि, क्या बीजेपी का ये दांव सफल रहेगा?
Mainpuri By-Election 2022: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव समाजवादी पार्टी के साथ-साथ बीजेपी के लिए भी अहम हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पत्नी डिंपल को मैनपुरी प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद बीजेपी भी व्यूह रचना में जुट गई है। सपा और डिंपल पर जहां अपने अभेद्य दुर्ग को बचाने की चुनौती है, वहीं बीजेपी किसी तरह यहां सेंधमारी की कोशिशों में जुटी है। भाजपा के मंथन में हो सकता है कि 'शाक्य' अमृत के रूप में निकल कर सामने आये। अब ये अमृत बीजेपी को कितनी अमरता प्रदान करेगी, ये उम्मीदवार की घोषणा और चुनाव परिणाम के बाद पता चलेगा। फिलवक्त जानकारी ये है कि मैनपुरी उप चुनाव के लिए बीजेपी किसी शाक्य चेहरे को उतारने पर माथापच्ची कर रही है।
गौरतलब है, मैनपुरी उप चुनाव (Mainpuri By-Election 2022) के लिए नामांकन 10 नवंबर से शुरू हो चुका है। समाजवादी पार्टी द्वारा डिंपल यादव (Dimple Yadav) को अपना प्रत्याशी घोषित करने के बाद बीजेपी (BJP) में मंथन जारी है। इस बीच मुलायम परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव का नाम भी उछला। अटकलें लग रही हैं कि, बीजेपी अपर्णा यादव को यहां से उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि, जानकार अपर्णा यादव को मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं मान रहे। इस बीच खबर है कि, बीजेपी जिन तीन नामों पर विचार कर रही है वो शाक्य चेहरे हैं। हालांकि, अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
बीजेपी इस शाक्य चेहरे पर लगा सकती दांव
भारतीय जनता पार्टी के भीतर मैनपुरी उप चुनाव के लिए जिन तीन चेहरों पर मंथन चल रहा है वो सभी शाक्य हैं। उनमें सबसे आगे नाम प्रेम सिंह शाक्य (Prem Singh Shakya) का है। बता दें, प्रेम सिंह शाक्य पिछली बार इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। दूसरे स्थान पर रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) का नाम है, जबकि तीसरे नंबर पर ममतेश शाक्य (Mamtesh Shakya) हैं। डिंपल यादव के नाम का ऐलान होने से पहले से बीजेपी शाक्य चेहरे की तलाश में थी। इसके पीछे बीजेपी की भविष्य की राजनीति है।
सपा ने पूर्व मंत्री आलोक शाक्य को बनाया जिलाध्यक्ष
मैनपुरी उप चुनाव के लिए बीजेपी के भीतर शाक्य चेहरे की तलाश की भनक समाजवादी पार्टी को भी लग चुकी थी। इसीलिए चुनाव से पहले सपा ने पूर्व मंत्री आलोक शाक्य (Alok Shakya) को मैनपुरी का जिलाध्यक्ष घोषित कर दिया। ये सभी जानते हैं कि सपा के लिए मैनपुरी चुनाव कितना अहम है। बता दें, आलोक कुमार शाक्य मैनपुरी के ही निवासी हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में शाक्य मैनपुरी जिले के भोगांव विधानसभा सीट के सपा प्रत्याशी रहे थे। उप चुनाव से पहले आलोक शाक्य की नियुक्ति को अखिलेश यादव के बड़े दांव के तौर पर देखा गया।
मैनपुरी लोकसभा सीट का जातीय समीकरण
मैनपुरी लोकसभा सीट पर पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता रही है। यहां 55 प्रतिशत मतदाता पिछड़े वर्ग से आते हैं जिनमें 45 फीसद मतदाता यादव समाज के हैं। उसके बाद शाक्य वोटर्स का नंबर आता है। इसी जातीय समीकरण के चलते शाक्य मतदाताओं का समर्थन लोकसभा उप चुनाव में महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके अतिरिक्त, 20 प्रतिशत सवर्ण हैं तो 20 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 5 प्रतिशत के करीब है।