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कोरोना ने छीन लीं हंसते खेलते परिवार की खुशियां, बहू बनी बुढ़ापे का सहारा
नगर के एक भरे पूरे परिवार में बेटे की कोरोना से तो बहू की पति वियोग में मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।
Mainpuri News: नगर के एक भरे पूरे परिवार में बेटे की कोरोना से तो बहू की पति वियोग में मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। इस घटना के बाद से अब वृद्ध मां-बाप के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुजुर्ग दम्पति अब सिर्फ पोते और पोती के चेहरे देख कर ही जीवन के बचे खुचे दिन गुजारने का प्रयास कर रहे हैं।
कस्बे में 1 मई को संजय गुप्ता उर्फ संजू 47 वर्ष पुत्र प्रेमबाबू गुप्ता की कोरोना पॉजिटिव हो जाने के बाद आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हो गयी थी। उसके बाद मृतक संजय गुप्ता की पत्नी गरिमा गुप्ता गुमसुम सी रहने लगीं। पति की मौत के बाद उनके वियोग में भोजन-पानी भी अनियमित हो गया था। बुधवार की सुबह उनका रक्तचाप अचानक कम हो गया तो परिजन उन्हें इलाज के लिए इटावा लेकर गए। पर नियति को कुछ और ही मंजूर था। इलाज के दौरान हृदयगति रुकने से संजू की पत्नी गरिमा को भी काल के क्रूर पंजों ने पहले से दुःखी परिवार से छीन लिया। देर शाम उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक दंपति के 93 वर्षीय बुजुर्ग पिता प्रेमबाबू गुप्ता व माँ 90 वर्षीय कमला देवी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
बताते चलें कि प्रेमबाबू गुप्ता के तीन पुत्र थे दूसरे नम्बर के पुत्र डिबली गुप्ता की मृत्यु युवावस्था में ही हो गयी थी और वह अविवाहित थे। उसके बाद उनके बड़े पुत्र किशोर गुप्ता की बीमारी के चलते वर्ष 2013 में मृत्यु हो गयी थी। तब से से बुजुर्ग दम्पति छोटे बेटे संजय गुप्ता उर्फ संजू पर ही पूरी तरह से आश्रित हो गए थे। वहीं उनके बुढ़ापे की लाठी के तौर पर उनकी सेवा करते थे। एक माह में ही पुत्र संजय तथा पुत्र वधू गरिमा गुप्ता के निधन ने बुजुर्ग दंपति को झकझोर कर रख दिया है। संजय व गरिमा अपने पीछे 22 वर्षीय बेटी यंकी व 18 वर्षीय बेटा प्रिंस छोड़ गए हैं। घर में अब वृद्ध दम्पति के पास बड़े बेटे की बहू दिवंगत किशोर की पत्नी ही जिम्मेदारी उठाने वाली बची है। एक माह में दम्पति की मौत से नगर वासी भी बेहद दुःखी है।