TRENDING TAGS :
Lucknow: मण्डी सचिव ने व्यापार कराने के नाम पर की 20 लाख की ठगी, मंडी सचिव समेत 3 पर FIR
Lucknow News Today: लखनऊ के विभूतिखंड थाना में मण्डी सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी समेत कई धाराओं पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
Lucknow News Today: लखनऊ के विभूतिखंड थाना (Vibhutikhand Police Station) में मण्डी सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी समेत कई धाराओं में बुधवार को मुकदमा दर्ज हुआ है। मण्डी सचिव पर आढ़त का काम दिलाने के नाम पर उगाही का आरोप लगा है। जो आढ़ती इनको पैसा नहीं देता उसको साथियों की मदद से परेशान करते हैं। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच कर रही है।
आढ़त दिलाने के नाम पर लिए पैसे
इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्र (Inspector Dr. Ashish Mishra) ने बताया पीड़ित की शिकायत पर मण्डी सचिव संजय सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420,406,147,323 व 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। गोमतीनगर विस्तार स्थित वनस्थली अपार्टमेंट में रेहने वाले पीड़ित विजय प्रताप सिंह का आरोप है कि 12 मई 2020 को आढ़त की लाइसेंस के लिए सीतापुर रोड स्थित नवीन फल सब्जी और गल्ला मंडी पहुंचे थे। जहां एक युवक ने मदद के नाम पर गल्ला मंडी कार्यालय ले जाकर मंडी सचिव संजय कुमार सिंह से मिलवाया। सचिव संजय सिंह ने आढ़त की लाइसेंस दिलवाने का वादा करते हुए फोन पर सिंह ट्रेडिंग कंपनी के विजय सिंह और अजय सिंह से बात कराई। जिसके बाद दोनों से मिल लेने की पीड़ित को बात कही । विजय सिंह और अजय सिंह ने आढ़त की लाइसेंस को लेकर संजय कुमार सिंह से बातकर दो दिन बाद मिलने को कहा। जिसके बाद संजय ने कहा कि विजय सिंह और अजय सिंह के हिसाब से चलोगे तो लंबी कमाई होगी। जिसके चलते उनके कहने पर व्यापार के लिए 20 लाख रुपये लगा दिए। जिसके एवज में हर माह सवा लाख देने को कहा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
लाइसेंस या उसके एवज में पैसे मांगने पर मिली धमकी
आढ़त की लाइसेंस और व्यापार में मुनाफा न मिलने पर दोनों से तकादा किया तो धमकी मिलने लगी। जबकि उन लोगों को व्यापार और लाइसेंस के नाम पर 12 लाख रूपये खाते में और नगद 8 लाख दिए थे। लगातार तकादा करने पर 69 हजार रुपये चेक से देकर यह कह कर भगा दिया कि अब दुबारा मण्डी में दिखाई पड़े तो जान से मरवा दूंगा।
थाने पर की मारपीट शिकायत तो दिए पांच लाख
पीड़ित का आरोप है कि थाने पर शिकायत करने पर एक जुलाई 2021 को विजय सिंह ने किसान बाजार बुलाया। जहां विजय और अजय ने साथियों के साथ मारपीट की। जिसके बाद तीन जुलाई 2021 को विभूतिखण्ड पुलिस से शिकायत पर 5 लाख रूपया अकाउंट में दिया औरत शेष 15 लाख रुपये बाद में देने की बात कही जब बाद में पैसे का तगादा फिर से किया गया तो पैसे देने की जगह जान से मारने की धमकी देने लगे।
मुख्यमंत्री के जनता दरबार मे की शिकायत
पीड़ित विजय प्रताप सिंह के मुताबिक उन्होंने पैसे के गबन व् जालसाज़ी को लेकर मामले की शिकायत खुद मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर की जिसके बाद मामले की कई दिनों तक एसीपी गोमतीनगर ने जांच की और फिर बुधवार को विभूतिखंड थाने में एफआईआर के आदेश हुए जिसमे मंडी सचिव व् उनके अन्य दो साथी व् अज्ञात के खिलाफ एफआईआर हुई।